Kids Eyesight: डिजिटल दौर में बच्चों की आंखों की रोशनी हो रही कम, इन 4 फूड्स को डाइट में करें शामिल
HIGHLIGHTS
- मोबाइल से छोटे-छोटे बच्चों की आंखों पर पड़ रहा नकारात्मक असर।
- कम उम्र में ही कमजोर हो रही साइट।
- डाइट में कुछ फूड्स को शामिल कर कम करें समस्या।
हेल्थ डेस्क, इंदौर। आज डिजिटल के दौर में छोटे-छोटे बच्चों की आंखे कमजोर होती जा रही हैं। उन्हें कम उम्र में ही चश्मा लगाना पड़ रहा है। बच्चों की मोबाइल के बिना जिंदगी अधूरी हो गई है। स्कूल, ट्यूशन, पढ़ाई, मनोरंजन इन सबके लिए मोबाइल की जरूरत पड़ती है। बच्चों को आंखों की समस्या से निजात दिलाने के लिए आप कुछ फूड्स उनकी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आइए विस्तार से उन चीजों के बारे में आपको बताते हैं।
गाजर
बच्चों की आंखों की रोशनी को ठीक करने के लिए गाजर सबसे उपयोगी रहता है। आप बच्चों की डाइट में इसको शामिल कर सकते हैं। गाजर में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स बहुत मात्रा में होता है। इसको खाने से बच्चों का दिमाग भी बहुत अच्छा रहता है।
शकरकंद
शकरकंद में विटामिन ए और सी की मात्रा बहुत होती है। आप बच्चों की डाइट में इसको शामिल कर सकते हैं। शकरकंद उनकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकता है। बच्चों को शकरकंद खिलाने से उनको चश्मा लगने की चांस कम हो जाते हैं।
हरी पत्तेदर सब्जियां
आप अपने बच्चों की डाइट में हरी सब्जियां शामिल कर सकते हैं। बथुआ, पालक, मेथी यह आपके बच्चों कई तरह के पोषक देते हैं। इनकी मदद से उनकी आई साइट पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
शिमला मिर्च
शिमला मिर्च में विटामिन सी की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह बच्चों की आंखों की रोशनी पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। इसको सब्जी या सलाद के रूप में बच्चों की डाइट में शामिल कर सकते हैं।