Health Tips: परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो करें योग, इससे बढ़ती है स्मरण शक्ति
HIGHLIGHTS
- योग के अभ्यास से छात्रों का तनाव कम होता है, जिससे उनकी मानसिक स्थिति सुधरती है।
- योग करने से छात्रों के स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचता है जो परीक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- योग के अभ्यास से छात्रों की नींद भी ठीक होती है, जिससे वे परीक्षा के दिनों में तनाव मुक्त रह सकते हैं।
Health Tips: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। परीक्षा की तैयारी में योग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। योग प्रक्रियाओं और आसनों का अभ्यास करने से छात्रों की बुद्धि को शांति और स्थिरता मिलती है, जिससे वे परीक्षा के दौरान स्वस्थ मानसिक स्थिति में रहते हैं।
योग विशेषज्ञ शिवाकांत शुक्ला बताते हैं कि योग करने से छात्रों का ध्यान और धारणशक्ति भी बढ़ती है, जो परीक्षा के समय में उनके लिए अत्यंत जरूरी होता है। योग के अभ्यास से छात्रों का तनाव कम होता है, जिससे उनकी मानसिक स्थिति सुधरती है और वे परीक्षा के दौरान अधिक उत्साहित और सक्रिय रहते हैं। साथ ही, योग करने से छात्रों के स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचता है जो कि परीक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अच्छी नींद के लिए भी योग जरूरी
योग करने से रक्त संचार बेहतर होता है जिससे मस्तिष्क की क्रियाशीलता बढ़ती है, जो पढ़ाई के समय अत्यंत जरूरी होता है। इसके अलावा, योग करने से स्मरण शक्ति भी बढ़ती है, जो परीक्षा के दौरान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। योग के अभ्यास से छात्रों की नींद भी ठीक होती है, जिससे वे परीक्षा के दिनों में तनाव मुक्त रह सकते हैं।
योग के लिए एक निश्चित समय करें तय
अत्यंत महत्वपूर्ण है कि छात्र योग के अभ्यास को नियमित रूप से करें, ताकि उन्हें इसके लाभ पूर्ण रूप से मिल सकें। रोजाना एक निश्चित समय योग के लिए निकालना चाहिए, चाहे वह सुबह का समय हो या फिर शाम का। योग के अभ्यास से छात्रों का ध्यान भी बढ़ता है, जिससे वे पढ़ाई के दौरान अधिक लम्बे समय तक एकाग्र रह पाते हैं।
परीक्षा की तैयारी में योग की महत्वपूर्ण भूमिका
योग करने से छात्रों की सेल्फ-डिस्कवरी होती है और वे अपने आप को और अधिक बेहतर ढंग से समझ पाते हैं। कुल मिलाकर, योग का अभ्यास छात्रों के लिए परीक्षा की तैयारी में एक महत्वपूर्ण भाग हो सकता है। योग की ध्यान और आसनों की प्रक्रिया से छात्रों की मानसिक, शारीरिक, और आत्मिक स्थिति में सुधार होती है, जो उन्हें परीक्षा के दौरान सफलता की ओर ले जाता है। संक्षेप में कहें तो, योग का अभ्यास छात्रों को परीक्षा के समय में स्थिर और सक्रिय बनाता है, जिससे वे अधिक उत्सुकता और संज्ञानशीलता से प्रश्नों का समाधान करते हैं।
कुछ उपयोगी यौगिक अभ्यास – ग्रीवा संचालन, चक्षु व्यायाम, त्राटकक्रिया, शांभवी मुद्रा, नाड़ीशोधन प्राणायाम, उज्जायी प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, उद्गीत आदि, ताड़ासन, अर्द्धकटिचक्रासन, पादहस्तासन, त्रिकोणासन, वीरभद्रासन, गोमुखासन, बालासन, उष्ट्रासन, पश्चिमोत्तानासन, शवासन।