Cervical Cancer: पूनम पांडेय ने अवेयरनेस के लिए फैलाई थी मौत की खबर, जानें क्या है सर्विकल कैंसर के लक्षण

HIGHLIGHTS
- सर्वाइकल कैंसर होने का मुख्य कारण ह्यूमन पेपिलोमा वायरस(HPV) होता है।
- इस वायरस के संक्रमण के कारण Cervical Cancer होने की आशंका सबसे अधिक होती है।
- असुरक्षित यौन संबंध बनाने के यह संक्रमण ज्यादा फैलता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। फेमस मॉडल और लॉकअप स्टार पूनम पांडे की मौत की खबर ने शुक्रवार को सभी को हैरान कर दिया था। अब खुलासा हुआ है कि Poonam Pandey जिंदा है और उन्होंने सर्विकल कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए अपनी मौत की झूठी खबर फैलाई थी। आपको बता दें कि पूनम पांडेय के मैनेजर ने कल यह झूठी जानकारी दी थी कि पूनम पांडेय की मौत Cervical Cancer के कारण हुई है। यहां जानें सर्विकल कैंसर के प्रमुख लक्षणों के बारे में, जिसके अवेयरनेस के लिए पूनम पांडे ने अपनी मौत की झूठी खबर फैला दी थी।
महिलाओं में होता है सर्वाइकल कैंसर
डॉ हर्षित शाह, एसोसिएट कंसल्टेंट-सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, कल्याण के मुताबिक, भारत के महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर सर्विकल कैंसर है। यदि समय रहते इस बीमारी के प्रति जागरूकता रखी जाए तो मौत से भी बचा जा सकता है। डॉ. हर्षित शाह के मुताबिक, साल 2019 में ही भारत में करीब 45 हजार महिलाओं की मौत सर्विकल कैंसर के कारण हुई थी।
क्या होता है Cervical Cancer
यदि शरीर में कोशिकाएं असामान्य और अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती है तो यह कैंसर का कारण बन सकता है। यहीं कोशिकाएं जब महिलाओं के गर्भाशय में होता है तो इससे Cervical Cancer होने की आशंका बढ़ जाती है। आम बोलचाल में Cervical Cancer को बच्चेदानी के मुंह का कैंसर भी कहा जाता है।
इस कारण होता है सर्विकल कैंसर
सर्विकल कैंसर होने का मुख्य कारण ह्यूमन पेपिलोमा वायरस(HPV) होता है। इस वायरस के संक्रमण के कारण Cervical Cancer होने की आशंका सबसे अधिक होती है। असुरक्षित यौन संबंध बनाने के यह संक्रमण ज्यादा फैलता है। इसके अलावा जो महिलाएं तीन या तीन से ज्यादा बच्चों को जन्म दे चुकी है, उनमें भी Cervical Cancer होने की आशंका ज्यादा होती है। इसके अलावा ज्यादा समय तक गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से भी सर्वाइकल कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।
सर्विकल कैंसर के लक्षण
सर्विकल कैंसर के शुरुआती दौर में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन समय के साथ जैसे-जैसे यह गंभीर होने लगता है, इसके लक्षण दिखने लगते हैं। पैर में सूजन होना, संभोग के दौरान दर्द महसूस होना, अनियमित पीरियड आना, ज्यादा रक्तस्राव होना, यूरिन के दौरान परेशानी होने के साथ साथ भूख में कमी, थकान होना या हड्डियों में लगातार दर्द बने रहना भी इसके प्रमुख लक्षण हैं।