Health News : मौसमी बीमारियों में एंटीबायोटिक का प्रयोग ठीक नहीं, होती है यह दिक्कत
HIGHLIGHTS
- जिससे जीवाणुओं को नष्ट किया जा सके।
- मौसमी बुखार, सर्दी, फ्लू, खांसी में असरकारी नहीं।
- नियमित सेवन सेहत के लिए ठीक नहीं माना जाता है।
Health News : एंटीबायोटिक दवाएं जीवनरक्षक हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इनका सेवन आवश्यकता से अधिक किया जाए। ये वे दवाएं हैं, जो बीमारी के संक्रमण से लड़ती हैं। ये बैक्टीरिया को नष्ट करके या बैक्टीरिया के प्रसार को रोकने का काम करती हैं। एंटीबायोटिक दवाएं टीबी से लेकर निमोनिया, फोड़े-फुंसी जैसी स्वास्थ्य समस्याओं में प्रयोग की जाती हैं।
जिससे जीवाणुओं को नष्ट किया जा सके
मौसम में बदलाव के साथ तरह-तरह की बीमारियां फैलती रहती हैं। इनके उपचार व बचाव में एंटीबायोटिक दवाओं की अहम भूमिका है, लेकिन इनके प्रति लोगों में जागरूकता होना भी उतना ही आवश्यक है। संक्रामक बीमारियों के उपचार में एंटीबायोटिक्स दवाओं का प्रयोग उपयोग किया जाता है, जिससे जीवाणुओं को नष्ट किया जा सके।
नियमित सेवन सेहत के लिए ठीक नहीं माना जाता है
वायरस जनित संक्रमण जैसे-मौसमी बुखार, सर्दी, फ्लू, खांसी में ये असरकारी नहीं है। ये बीमारियां प्राकृतिक रूप से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा अपने आप ही ठीक हो जाती हैं। इसलिए इनका नियमित सेवन सेहत के लिए ठीक नहीं माना जाता है।