Apple Hacking Alert Row: विपक्षी नेताओं को हैकिंग अलर्ट मैसेज भेजने से एपल का इनकार, सरकार ने दिए जांच के आदेश
HIGHLIGHTS
- फोन हैकिंग पर देश में नया बवाल
- विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
- एक के बाद एक कई विपक्ष नेता आए सामने
एजेंसी, नई दिल्ली। विपक्षी नेताओं के आईफोन पर आए एक अलर्ट मैसेज से मंगलवार को देश में सियासी बवाल मच गया। एक-एक कर सामने आए विपक्षी नेताओं के सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया गया कि एपल कंपनी की ओर से उनके मोबाइल पर अलर्ट भेजा गया है कि सरकार (राज्य-प्रायोजित ) उनके फोन और ईमेल हैक करने की कोशिश कर रही है। हालांकि बाद में एपल की ओर से स्पष्ट किया गया कि कंपनी ने ऐसा कोई मैसेज नहीं भेजा है। यहां जानिए पूरा घटनाक्रम
विपक्षी नेताओं के आरोप
विपक्षी नेताओं का आरोप है कि सरकार उनके फोन और ईमेल हैक करने की कोशिश कर रही है। शशि थरूर, पवन खेड़ा, प्रियंका चतुर्वेदी, महुआ मोइत्रा, असदुद्दीन ओवैसी, राघव चड्ढा समेत अन्य नेताओं ने अपने मोबाइल के स्क्रीनशॉट जारी करते हुए आरोप लगाए।
इन नेताओं का कहना है कि उन्हें एपल कंपनी की ओर से मैसेज कर अलर्ट किया गया है कि सरकार की ओर से उनके मोबाइल हैक करने की कोशिश की जा रही है।
एपल की सफाई, राज्य-प्रायोजित अलर्ट के मैसेज नहीं भेजे
एपल की ओर से सफाई में कहा गया कि कंपनी राज्य-प्रायोजित हमले संबंधी अलर्ट नहीं भेजता है। गलत सूचनाओं के आधार पर ऐसा मैसेज भेजे सकते हैं। कंपनी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह कैसे हुआ। साथ ही कंपनी ने यह भी कहा कि वह अलर्ट मैसेज भेजने की अपनी पॉलिसी का खुलासा नहीं करेगी।
इस बीच, केंद्र सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है।
राहुल गांधी ने भी सरकार पर साधा निशाना
यह मामला सामने आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मोदी सरकार पर निशाना साधा। सरकार हैकिंग कर रही है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘यह एक गंभीर मामला है। केंद्र सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। इससे पहले भी केंद्र की मौजूदा सरकार पर पेगासस सॉफ्टवेयर खरीदने का आरोप लगाया गया था। .राघव चड्ढा को भी ऐसा ही मैसेज उनके फोन पर मिला है। सीएम केजरीवाल के ओएसडी को भी यही मैसेज मिला है।’
क्या लिखा है मैसेज में
नेताओं की ओर से सोशल मीडिया पर शेयर स्क्रीनशॉट में एपल का मैसेज साफ दिखाई दे रहा है। मैसेज के शुरू में ही स्टेट स्पॉन्सर्ड लिखा गया है। हालांकि मैसेज के आखिरी में यह भी लिखा गया है कि यह जानकारी गलत भी हो सकती है।
भाजपा बोली- एपल कंपनी जवाब दें
इस पर भाजपा का कहना है कि एपल कंपनी को सफाई देना चाहिए, क्योंकि उसकी ओर से भाजपा ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पार्टी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा ध्यान भटकाने के लिए विपक्ष के छोटे नेताओं की ओर से यह छोटी हरकत की गई है।
इनको भी आया अलर्ट मैसेज
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- अखिलेश यादव
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- केसी वेणुगोपाल
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- सुप्रिया श्रीनेत्र
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- अरविंद केजरीवाल के ओएसडी
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- एक अंग्रेजी अखबार के संपादक
मैं 15 साल से आईफोन यूज कर रही हूं। एपल की ओर से ऐसा मैसेज कभी नहीं आया। अलर्ट में बताया गया कि क्या करना है और क्या नहीं। मैसेज में साफ रूप से लिखा गया कि यह स्टेट स्पॉन्सर्ड (सरकार द्वारा प्रायोजित) है। – प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना यूबीटी नेता)
विपक्षी नेताओं के इन आरोपों के बाद राजद सांसद मनोज झा ने कहा, ‘यह कोई आरोप नहीं है… संदेश पहले ही प्राप्त हो चुका है। क्या हो रहा है? वे (सरकार) देखना चाहते हैं कि कौन किससे बात कर रहा है।’