बढ़ते ब्लड शुगर को करना है कंट्रोल तो रोज खाएं इस फूल की पत्तियां, इन बीमारियों में भी है दवा समान
डायबिटीज में ब्लड शुगर को कंट्रोल रखना बेहद मुश्किल होता है। अगर आप भी इससे से परेशान हैं तो आपके लिए ये खबर बहुत काम की है। डाइट और एक्सरसाइज के साथ कुछ होम रेमेडी ऐसी हैं, जिन्हे आजमा कर आप अपनी इस परेशानी से मुक्ति पा सकते हैं।
नई दिल्ली. डायबिटीज होना पहले जेनेटिक होता था और एक एज पर ये बीमारी होती थीं, लेकिन अब डायबिटीज न तो जेनेटिक बीमारी रही न ही इसके होने की कोई उम्र हैं। बच्चे से लेकर बड़े तक इस बीमारी से ग्रस्त होने लगे हैं। डायबिटीज वो बीमारी है जो अपने साथ कई जानलेवा बीमारियों का खतरा भी लेकर आती है। एक बार ये अनकंट्रोल हो जाए तो इसे कंट्रोल में लाना बेहद मुश्किल हो जाता है। डायबिटीज के अनकंट्रोल होने पर जब दवा काम नहीं करती तो इंसुलीन के इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। इसलिए जरूरी है कि वो स्थिति आने से पहले इसे कंट्रोल कर लिया जाए।
डायबिटीज को कंट्रोल करने में कई होम रेमेडी भी काम आती हैं। यहां आपको एक ऐसे फूल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे डायबिटीज का दुश्मन माना जाता है। यानी इस फूल की पत्तियां चबाने भर से आपका डायबिटीज कंट्रोल में रखना आसान हो सकता है। ये फूल है सदाबहार का। तो चलिए जानें सदाबहार फूल के डायबिटीज में फायदे।
सदाबहार के फूल में एलकालॉइड्स, एजमेलीसीन, सरपेन्टीन नामक तत्व होते हैं। ये शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। यही नहीं इसमें मौजूद रेर्स्पीन, विण्डोली, विनक्रिस्टीन एवं विनब्लास्टिन जैसे क्षार तत्व भी होते हैं, इसलिए ये शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को निकालने को काम करते हैं।
सदाबहार का फूल क्यों है लाभकारी
सदाबहार के फूल और पत्तियों में एल्कलॉइड नामक एक ऐसा तत्व होता है जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को बैलेंस्ड वे में इंसुलिन सेक्रिट करने में सहायक होता है, लेकिन जब ये तत्व शरीर में कम होता है तो सही मात्रा में ब्लड में इंसुलिन नहीं पहुंचा इससे ब्लड शुगर अन कंट्रोल होने लगता है। इसलिए इसकी पत्तियां डायबिटीज में बहुत काम आती हैं।
जानिए कैसे खाने से होगा ब्लड शुगर कंट्रोल
ब्लड शुगर को कंट्रोल कर ने के लिए सुबह खली पेट 4 से 5 सदाबहार फूल की पत्तियों को चबाना चाहिए। आप चाहें तो इसके फूल को दाल या किसी सब्जी के साथ भी खा सकते हैं। पका कर खाने से बेहतर होगा कि आप इसे कच्चा खाएं। आप इसकी चाय भी पी सकते हैं।
इन बीमारियों में भी सदाबहार है बहुत फायदेमंद
सदाबहार की पत्तियों का रस पीने से तंत्रिका तंत्र भी ठीक रहते हैं। इससे पूरी बॉडी के पार्ट्स सुचारू तरीके से काम करते हैं। इस पौधे की जड़ों की छाल का पाउडर खाने से ब्लड प्रेशर की दिक्कत भी दूर होती है।
सदाबहार की पत्तियों का रस दिमागी बीमारियों को ठीक करने में भी बहुत कारगर है। इसमें मौजूद पोषक तत्व अनिद्रा, अवसाद, पागलपन और एनजाइटी जैसी बीमारियों से बचाता है। यदि किसी व्यक्ति को नींद न आने व टेंशन से सिर भारी होने की शिकायत है तो इसके एक चम्मच रस को शहद के साथ मिलाकर पीने से बीमारी ठीक हो जाएगी।
सदाबहार का रस मांसपेशियों के खिंचाव को कम करता है। साथ ही इसके जड़ की छाल हैजा रोग फैलाने वाले वाइब्रो कोलोरी नामक रसायन को उत्पन्न होने से रोकता है। इसका रस एक दर्दनाशक के तौर पर भी काम करता है।
सदाबहार का पौधा अपोनसाईनसियाई परिवार का है। कनेर, प्लूमेरिया फ्रैंगीपानी, सप्तपर्णीय करौंदा, ट्रेक्लोस्पमर्म, ब्यूमेन्शया ग्रैन्डीफ्लोरा, एलामंडाकथार्टिका जैसे पौधे भी इसी प्रजाती का हिस्सा हैं।
सदाबहार की पत्तियों का रस महिलाओं के पीरियड्स की अनियमितता को दूर करने एवं अधिक रक्त स्त्राव की दिक्कत को दूर करने का भी काम करता है। इसके सेवन से कमजोरी से भी छुटकरा मिलता है।
सदाबहार की पत्तियों का रस सांप एवं बिच्छू के काटने पर जहर को फैलने से रोकने एवं घाव भरने में भी कारगर है। इसके एक चम्मच रस को पीने एवं इसे प्रभावित स्थान पर लगाने से जहर पूरे शरीर तक नहीं फैल पाता है।
सदाबहार के फूल का रस पीने से इम्यूनिटी भी बढ़ती है। ये शरीर को स्ट्रांग बनाने में मदद करता है। इससे जल्दी बीमारी आपको नहीं पकड़ पाएगी।