उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व में बन जाती सपा की सरकार, अगर हो जाता यह काम
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का परिणाम 10 मार्च को जारी हुआ. भारतीय जनता पार्टी ने 255 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया. जबकि समाजवादी पार्टी को 111 सीटों से संतोष करना पड़ा. सूबे में नयी सरकार के गठन की कवायद भी तेज हो गयी है. माना जा रहा है कि होली बाद शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है. वहीं, इस दौरान तमाम राजनीतिक पार्टियां अपने प्रदर्शन पर चिंतन कर रही हैं कि उनसे कहां चूक हुई.
समाजवादी पार्टी को 77 सीटों पर 200 से 13 हजार वोट के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. अगर उसे करीब पांच लाख (चार लाख 96 हजार 408) वोट मिल जाते तो वह गठबंधन के सहारे सूबे में सरकार बना लेती.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं. सरकार बनाने के लिए 202 सीटों की जरूरत पड़ती है. बीजेपी को 41.03 फीसदी यानी तीन करोड़, 80 लाख, 51 हजार 721 वोट मिले हैं. जबकि सपा को 32.06 फीसदी यानी दो करोड़ 95 लाख 43 हजार 934 मत मिले हैं. इसका मतलब यह है कि सपा गठबंधन ने 125 सीटों पर जीत दर्ज की. उसे 77 सीटों की और जरूरत थी, जिसे वह नहीं जीत पायी.
कुछ सीटें ऐसी रहीं, जहां सपा को 200 से 400 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. धामपुर में सपा प्रत्याशी को 203, कुर्सी में 217, बीसलपुर में 307, नकुड़ में 315 और कटरा बाजार में 357 मतों से हार का सामना करना पड़ा. वहीं, शाहगंज में 719, मुरादाबाद नगर में 728, सुल्तानपुर में 1009, मानिकपुर में 1048 और छिबरामऊ में 1111 वोटों से सपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा.