यह हो सकते हैं साइनस के लक्षण, इन्हें नजरअंदाज न करें
Sinus Symptoms: सर्दी-जुकाम ऐसी परेशानी है जो किसी भी मौसम में हो सकती है। यदि यह दो-चार दिनों तक रहे तो सामान्य है, लेकिन अगर जुकाम लंबे समय तक बना रहे वो साइनस का लक्षण हो सकता है। जो जुकाम बहता नहीं, वो अंदर ही अंदर जम जाता है और आगे चलकर साइनस का रूप ले लेता है। इसे मेडिकल भाषा में साइनोसाइटिस कहते हैं।
नाक, कान एवं गला रोग विशेषज्ञ डा. अरविंद किंगर के अनुसार, साइनस के प्रारंभिक लक्षणों में लगातार जुकाम रहना, सिर दर्द होना, नाक में भारीपन महसूस होना, गंध और स्वाद की परख करने की क्षमता कम होना, खांसी और चेहरे पर सूजन आना आदि हो सकते हैं। साइनस होने का प्रमुख कारण प्रदूषण, एलर्जी, नाक की हड्डी का बढ़ना या अस्थमा हो सकता है। साइनस का यदि समय पर उपचार किया जाए तो उससे निजात पाई जा सकती है। यदि समय पर इसका उपचार शुरू नहीं किया जाता है तो आपरेशन करवाने की स्थिति बन जाती है।
एंटीबायोटिक दवाई के अलावा नेज़ल स्प्रे का इस्तेमाल भी साइनस में लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। इससे बंद नाक खुलती है और जल्द राहत मिलती है। साइनस संक्रमण के दौरान आहार में साबुत अनाज, दाल, हल्की पकी सब्जियां, सूप का सेवन करें। वहीं मैदा, अंडा, चाकलेट्स, तले और प्रोसेस्ड आहार, मीठा, दही, आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक आदि के सेवन से बचना चाहिए। यह साइनस के लिए नुकसानदायक होता है। वहीं ठंडी हवा से भी बचना चाहिए। यदि ठंडी हवा में बाहर जाना भी हो तो नाक और मुंह को ढंककर रखें।