किंगफिशर बियर वाली कंपनी को झटका, गोलबंदी मामले में 751 करोड़ की पेनल्टी बरकरार
नई दिल्ली. किंगफिशर बियर बनाने वाली कंपनी युनाइटेड ब्रुवरीज को बड़ा झटका लगा है। अपीलीय ट्रिब्यूनल एनसीएलएटी (NCLAT) ने शुक्रवार को युनाइटेड ब्रुवरीज पर 751.83 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाने से जुड़े कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) के ऑर्डर को बरकरार रखा है। युनाइटेड ब्रुवरीज के शेयर शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 1.33 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1697.10 रुपये पर बंद हुए हैं।
कंपनियों के बीच कथित गोलबंदी का मामला
कॉम्पिटिशन रेगुलेटर सीसीआई (CCI) ने पाया कि युनाइटेड ब्रुवरीज लिमिटेड (UBL), कार्ल्सबर्ग इंडिया प्राइवेट और SABMiller इंडिया लिमिटेड के बीच कथित गोलबंदी थी। सीसीआई (CCI) ने पाया कि कंपनियां अलग-अलग राज्यों में प्राइस कोर्डिनेशन, सप्लाई की पाबंदी और मार्केट शेयरिंग में शामिल थीं। कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने कार्ल्सबर्ग इंडिया पर 120 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाई है।
फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी कंपनी
युनाइटेड ब्रुवरीज ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया, ‘कंपनी 23 दिसंबर 2022 को आए फैसले की पड़ताल करेगी और उचित कानूनी कदम उठाएगी।’ कंपनी ने फाइलिंग में कहा है कि वह NCLAT के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी। कॉम्पिटिशन रेगुलेटर सीसीआई ने यह भी पाया है कि ब्रुवर्स की इंडस्ट्री बॉडी भी सक्रिय रूप से ऐसी गोलबंदी की मदद में शामिल थी। किंगफिशर बियर बनाने वाली कंपनी युनाइटेड ब्रुवरीज अगले साल कैपिटल एक्सपेंडिचर के रूप में करीब 350 करोड़ रुपये लगाने की तैयारी में है। भारत में वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद को देखते हुए कंपनी यह पैसा लगा रही है।
डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।