सीबीएसई ने बताया, क्यों जारी नहीं की टॉपरों की लिस्ट, किन छात्रों को मिलेगा सर्टिफिकेट

सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि छात्रों की मेहनत से बेहतर परिणाम आया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19, कक्षाओं का संचालन न हो पाना, दो चरणों में परीक्षाएं आयोजित करना, वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर आधारित परीक्षा लेना, ओएमआर पर उत्तर देना, स्कूलों द्वारा मूल्यांकन आदि ने इस सत्र को विशेष बना दिया। ऐसे में इसकी तुलना पिछले किसी भी सत्र से नहीं की जा सकती है। बोर्ड ने छात्रों के बीच अहितकर प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाओं के लिए मेधा सूची घोषित नहीं करेगा।

सीबीएसई ने 2020 और 2021 में मेधा सूची की घोषणा नहीं की थी, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण परीक्षा आयोजित नहीं कर पाने से नतीजे वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के आधार पर घोषित किए गए थे। उनका कहना है कि बोर्ड के पूर्व के फैसले के अनुसार छात्रों के बीच अहितकर प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए कोई मेधा सूची घोषित नहीं की जाएगी। बोर्ड अपने छात्रों को श्रेणी भी नहीं दे रहा है।

अधिकतम अंक पाने वालों को प्रमाणपत्र
उच्चतम अंक पाने वाले 0.1 फीसदी छात्रों को बोर्ड योग्यता प्रमाण पत्र जारी करेगा। हालांकि, छात्रों के बीच अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए बोर्ड के पहले के निर्णय के अनुसार, कोई मेरिट सूची घोषित नहीं की जाएगी। इस संबंध में यह भी सूचित किया जाता है कि बोर्ड अपने छात्रों को प्रथम, द्वितीय या तृतीय श्रेणी प्रदान नहीं करता है।

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