Hathras Update: अब तो भक्त भी बोलने लगे- ‘भोले बाबा को सजा मिले’, मुख्य आरोपी मधुकर पर वकील ने किया बड़ा खुलासा
हाथरस भगदड़ मामले में यूपी पुलिस की जांच जारी है। एफआईआर में सूरजपाल सिंह उर्फ नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) का नाम नहीं है और पुलिस उसे आरोपी भी नहीं मान रही है, लेकिन उसके ठिकानों पर छापेमारी जारी है। यहां तक कि हाथरस में सत्संग का मुख्य आयोजक भी फरार है।
HIGHLIGHTS
- मंगलवार को हाथरस आश्रम में मची थी भगदड़
- कुल 121 लोगों की मौत, घायलों का इलाज जारी
- 6 सेवादार गिरफ्तार, मुख्य आयोजक पर इनाम
एजेंसी, हाथरस (Hathras Update)। हाथरस कांड में यूपी पुलिस की जांच जारी है। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार सुबह पहले अलीगढ़ और फिर हाथरस पहुंचे। दोनों जगह हाथरस हादसे के घायलों से मिले। कुछ पीड़ि परिवारों से भी मिले। नीचे देखिए वीडियो।
हाथरस से रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने कहा कि प्रशासन की नाकामी से भगदड़ मची और लोगों को जान गंवाना पड़ी।
बकौल राहुल गांधी, ‘यह एक दुखद घटना है। कई लोग मारे गए हैं। पीड़ित परिवारों को अधिकतम मुआवजा दिया जाना चाहिए। मैं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से खुले दिल से मुआवजा देने का अनुरोध करता हूं। मैंने मृतक के परिवार के सदस्यों से व्यक्तिगत बातचीत की और उन्होंने मुझे बताया कि कोई पुलिस व्यवस्था नहीं थी।’
भक्तों में भड़का गुस्सा, मुख्य आरोपी का वकील आया सामने
इस बीच, भोले बाबा को लेकर भक्तों में भी गुस्सा भड़कने लगा है। भक्तों का कहना है कि बाबा के सत्संग के अब तक किसी परिवार का भला नहीं हुआ है। 121 लोगों की मौत के लिए बाबा जिम्मेदार है और उसके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।
इस बीच, मुख्य आरोपी और हाथरस सत्संग के आयोजक देव प्रकाश मधुकर के वकील ने अपना बयान दिया है। मधुकर के वकील डॉ. एके सिंह ने खुलासा किया है कि मधुकर दिल का मरीज है और अभी अस्पताल में भर्ती है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि किस अस्पताल में भर्ती है।
बता दें, एके सिंह वही वकील हैं, जिन्होंने पूर्व में निर्भया केस के आरोपी और फिर सीमा हैदर के केस लड़े थे।
इस बीच, यूपी पुलिस का एक्शन जारी है। गुरुवार को पुलिस ने छह सेवादारों को गिरफ्तार किया। इसमें दो महिलाएं शामिल हैं। 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर फरार है। पुलिस ने उस पर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। वह मनरेगा तकनीकी सहायक है।
इसके सात ही, भीड़ रोकने, धकेलने और साक्ष्य छुपाने का प्रयास करने वाले सेवादारों को चिह्नित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित एसआईटी ने अब तक 70 लोगों के बयान दर्ज किए हैं।
पुलिस जांच ने पकड़ी तेजी
- 200 से ज्यादा मोबाइल नंबर रडार पर
- 20 से अधिक लोग लिए गए हिरासत में
- 70 लोगों के बयान दर्ज किए हैं SIT ने
- 1 लाख रुपए का इनाम रखा गया देव प्रकाश पर
- 121 लोगों की जान चली गई है हाथरस हादसे में
फुलरई गांव में मची थी भगदड़
गौरतलब है कि फुलरई गांव में गत मंगलवार को करीब डेढ़ सौ बीघा जमीन में सत्संग का आयोजन किया गया था। सत्संग के बाद बाबा का काफिला जाने को हुआ तो उसके दर्शन करने व चरण रज लेने को भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई।