विदाई से पहले मानसून ने दिखाया रौद्र रूप
महाराष्ट्र में मानसून की विदाई के दिन नजदीक है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से बारिश ने राज्य के कई जिलों में कहर बरपा रखा है। लगातार हो रही भारी बारिश ने फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाया है, जिस वजह से किसानों पर नई मुसीबत टूट पड़ी है। जालना जिले के जाफराबाद तालुक के कई गांवों में भी गुरुवार शाम को गरज के साथ मूसलाधार बारिश हुई।
भारी बारिश की वजह से जिले के तालाब, नाले उफनने लगीं है और खेतों में भी बड़ी मात्रा में पानी जमा हो गया है। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। दो साल बाद किसान कोरोना वायरस महामारी के संकट से उबर रहे हैं, लेकिन अब अत्यधिक बारिश ने उनकी आगे की राह को मुश्किल बना दिया है.
दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही ज्यादातर किसान खेतों से अनाज बेच देते हैं और जो पैसा मिलता है उससे दिवाली के लिए खरीद लेते हैं। लेकिन इस साल किसानों की दिवाली कड़वी होगी क्योंकि फसल पानी के नीचे है। जाफराबाद तालुक में वर्तमान में सोयाबीन और मक्का की फसलों की कटाई का समय है। भारी बारिश से फसलों को नुकसान हो रहा है। सोयाबीन की फसल हाथ से जा चुकी है और कपास की फसल भी बीती रात हुई बारिश से वही हाल है।