दो चीनी नागरिकों ने ग्रेटर नोएडा में पब चलाने के लिए किया था कॉन्ट्रैक्ट, पुलिस जांच में हुआ नया खुलासा
चीनी नागरिक द्वारा ग्रेटर नोएडा में पब खोलकर संदिग्ध गतिविधियां संचालित करने के मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि कोरोना काल में खुले इस पब का कॉन्ट्रैक्ट दो चीनी नागरिकों ने किया था, जिसमें से एक सुफाई को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन दूसरा चीनी नागरिक फरार है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं।
डीसीपी जोन-3 मीनाक्षी कात्यान ने बताया कि पुलिस जांच में पता चला है कि घरबरा गांव में अक्टूबर 2020 से तियांगशांग रेंजियन के नाम से पब संचालित किया जा रहा था, जिसमें गैरकानूनी गतिविधियां हो रही थीं। इस पब को पूरे चाइना के पब की तर्ज पर बनाया गया था। इस बिल्डिंग के मालिक से पांच साल का कॉन्ट्रैक्ट हुआ था। यह कॉन्ट्रैक्ट चीन के दो नागरिकों ने किया था। इसमें से एक सुफाई को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि दूसरा चीनी फरार है। इसके अलावा इस मामले में रवि कुमार उर्फ नटवरलाल के अलावा राहुल और अशोक के नाम भी सामने आए हैं, जो पब पर ही काम करते थे। इस पब में वेश्यावृति के अलावा अन्य गलत काम भी होते थे। पब में चाइना और नॉर्थ-ईस्ट के लोग ही आते थे। यह पब संदिग्ध गतिविधियों का अड्डा था।
पांच मोबाइल, एक लैपटॉप खंगाल रही आईबी
चीनी नागरिक सुफाई और उसकी प्रेमिका पेटेख रेनुओ के पास से पुलिस ने पांच मोबाइल, एक लैपटॉप और एक आईपैड बरामद किया था। इनमें से चार मोबाइल चीनी नागरिक सुफाई के थे और एक उसकी प्रेमिका का था। इन सभी की जांच आईबी के एक्सपर्ट द्वारा की जा रही है। जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि मोबाइल, लैपटॉप और आईपैड से काफी राज खुलेंगे। इसके अलावा पब की डीबीआर भी पुलिस को मिली है और इसकी भी जांच कराई जा रही है।
गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट
डीसीपी मीनाक्षी कात्यान ने बताया कि सुफाई को जब गिरफ्तार किया गया तो उसके पास से एक पासपोर्ट भी मिला था, जिसे उसने शेरपा के नाम से दार्जिलिंग से बनवाया था। उसने यहां पर अपना आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड भी बनवा लिए थे, यह उसने दार्जिलिंग के ही एक स्थानीय व्यक्ति के सहयोग से बनवाए थे। इस मामले में पुलिस की ओर से गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और आईबी तथा स्पेशल ब्रांच को रिपोर्ट भेज दी गई है। यह राष्ट्रद्रोह से जुड़ा मामला है। संभव है कि इसमें कोई बड़ा गिरोह है।
क्या है मामला
बिहार के सीतामढ़ी स्थित नेपाल बॉर्डर पर पिछले शनिवार शाम को चीन के दो नागरिकों लू लैंग और यूं हेलंग को बगैर पासपोर्ट-वीजा पकड़ा गया था। इन दोनों के चीनी जासूस होने का शक है। पूछताछ में सामने आया है कि ये चोरी से 24 जून को भारत की सीमा में दाखिल हुए थे। इसके बाद टैक्सी से नोएडा आए थे।