जानिए, कार्डियक अरेस्ट क्या है? इसके लक्षण और तुरंत बचाव के ये उपाय बचा सकते हैं जान

अगर आपको लगता है कि हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट एक है तो जान ले दोनों में अंतर होता है। कार्डियक अरेस्ट के लक्षण भी पहले से मिलने लगते हैं।

दुनिया में कई घातक बीमारियों में कार्डियक अरेस्ट भी एक है। हार्ट अटैक सी नजर आने वाली ये बीमारी कुछ मामलों में इससे अलग होती है। अमूमन लोग हार्ट अटैक के बारे में ही जानते हैं, लेकिन कार्डियक अरेस्ट के बारे में लोगों को ज्यादा पता नहीं होता है।

कार्डियक अरेसट में अचानक से दिल धड़कना बंद कर देता है, जबकि हार्ट अटैक में जब दिल तक ब्लर्ड नहीं पहुंचता तब अटैक आता है। कार्डियक अरेसट से मौत की संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि हार्ट एकदम से रुक जाता है। तो चलिए जानते हैं इस बीमारी के बारे में, लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में।

जानिए, क्या है कार्डियक अरेस्ट?

हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक कार्डियक अरेस्ट होता है। कार्डियक अरेस्ट आने का कारण इलेक्ट्रिक इनबैलेंस होता है। इससे दिल धड़कना बंद कर देता है और मरीज को सांस नहीं आती। यदि क्विक इलाज न मिले तो इस समसया से मौत हो सकती है।

कार्डियक अरेस्ट के ये हैं लक्षण-

  • थकान और कमजोरी का अचानक से महसूस होना।
  • कार्डियक अरेस्ट आते ही मरीज अचानक से गिर पड़ता है और कोई प्रतिक्रिया नहीं देता।
  • अचानक से दिल की धड़कन का बहुत तेज हो जाना
  • बिना मेहनत या काम के भी सांस लंबी लेना या सांस लेने में तकलीफ होना।
  • शरीर व दिमाग के अन्य हिस्सों में खून की आपूर्ति का रुक जाना, जिससे मरीज बेहोश हो जाता है।
  • पल्स और ब्लड प्रेशर थम जाते हैं।

कार्डियक अरेस्ट आने पर क्या करें-

मरीज को सीपीआर देना शुरू करें। ताकि हार्ट में हरकत हो या झटके साथ वह काम करने लगे।
मरीज को कांशियस में लाने के लिए कोई और प्रयास न करें। सिर्फ सीपीआर ही मदद कर सकता है।
होश में आते ही मरीज को तत्काल अस्पताल पहुंचाएं।

सीपीआर देने का जानिए तरीका-
1. सीपीआर देने के लिए आपको सबसे पहले मरीज की छाती पर 30 बार दबाव डालना है। अपने दोनों हाथों को एक साथ बांधें और व्यक्ति की छाती के बीच में रखें।

2. इसके बाद छाती के केंद्र यानी बीच में जोर से तेज धक्का दें। धक्का ऐसा हो, जिससे छाती लगभग एक इंच अंदर की तरफ जाए। इसे आपको एक मिनट में 100 बार की दर से दबाना है। इस दौरान ध्यान रहे कि कंप्रेशन के बीच छाती को पूरी तरह से ऊपर उठने दें। आपको सीपीआर तब तक देते रहना है, जब तक आपके पास मेडिकल सहायता न पहुंच जाए।

कार्डियक अरेस्ट से दूर रहने के उपाय-

  • खुद को हेल्दी रखने के लिए एक्सरसाइज और बेहतर डाइट लें।
  • समय-समय पर अपने हार्ट के स्वास्थ्य को जानने े के लिए ईसीजी कराते रहें।
  • ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें।
  • अच्छा आहार लें, जो पौष्टिक हो, कम कार्बोहाइड्रेट और कम कोलेस्ट्रॉल वाला हो।
  • शराब और धूम्रपान अगर आप करते हैं, तो आज ही त्याग दें क्योंकि ये हृदय संबंधी परेशानियों को बढ़ाने का काम करते हैं।

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