राजधानी में मौजूद ‘मजनू का टीला’ क्यों है इतना फेमस
आपसे कुछ सवाल-क्या आप दिल्ली के रहने वाले हैं? अगर हां, तो फिर आपने ‘मजनू का टीला’ के बारे में ज़रूर सुना होगा? क्या आप बता सकते हैं कि इस जगह का नाम मजनू का टीला ही आखिर क्यों पड़ा और किस लिए फेमस है?। अगर नहीं जानते हैं तो फिर आपको इस लेख को ज़रूर पढ़ना चाहिए। क्योंकि इस लेख में हम आपको इस फेमस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। इस लेख में हम आपको ये भी बताएंगे कि मजनू का टीला किस चीज के लिए फेमस है और किस कारण इस का नाम विश्व प्रसिद्ध है। आइए जानते हैं।
मजनू का टीला का इतिहास
मजनू का टीला का इतिहास बेहद ही दिलचस्प है। इस फेमस जगह का इतिहास 19वीं शताब्दी से नहीं बल्कि इससे भी प्राचीन है। जी हां, इस जगह का इतिहास 15वीं शताब्दी से है। इस विश्व प्रसिद्ध जगह को सिकंदर लोदी के शासन से जोड़कर देखा जाता है। सिर्फ सिकंदर लोदी ही नहीं बल्कि इस फेमस जगह का नाम सिख धर्म के गुरु से भी जुड़ा हुआ है।
क्यों पड़ा इसका नाम ‘मजनू का टीला’
इस जगह का नाम ‘मजनू का टीला’ क्यों पड़ा इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है। कहा जाता है कि फेमस जगह का नाम सूफी से मिला है। कहा जाता है कि गुरु नानक सिकंदर लोदी के काल में आए थे जहां एक सूफी फकीर से मिले जो शायद ईरान का रहने वाला था। सूफी होने के चलते स्थानीय लोग उसे मजनू भी कहकर पुकारते थे। कहा जाता है कि वो फकीर यमुना के पास में मौजूद एक टीले पर रहता था, इसलिए जगह नाम मजनू का टीला कहलाने लगा और धीरे-धीरे फेमस हो गया।
गुरु नानक का आशीर्वाद मजनू को
लोगों के अनुसार मजनू को गुरु नानक का आशीर्वाद प्राप्त था। कहा जाता है गुरु नानक ने जिस स्थान पर उन्हें आशीर्वाद दिया था आज उसी जगह पर गुरुद्वारा मौजूद है। इसके अलावा टीले पर मौजूद गुरुद्वारे के बोर्ड पर गुरु नानक और मजनू का भी जिक्र है। हालांकि, कई लोगों का यह भी मानना है कि इस टीले का संबंध ऐतिहासिक प्रेमी जोड़े लैला-मजनू से भी है।
इन चीजों के लिए भी हैं प्रसिद्ध
मजनू का टीला सिर्फ सूफी फकीर या गुरुद्वारा के लिए ही नहीं बल्कि अन्य कई चीजों के लिए भी फेमस है। यहां सिख गुरु से लेकर तिब्बती संस्कृति भी फैला हुआ है। मजनू का टीला लजीज तिब्बती व्यंजन से लेकर तिब्बती हैंडीक्राफ्ट के लिए भी फेमस है। यह जगह तिब्बती शरणार्थियों के रूप में भी प्रसिद्ध है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के आसपास में होने के चलते यहां कॉलेज के स्टूडेंट सबसे अधिक घूमने और खाने के लिए पहुंचते हैं।