कैसे बल्ब मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की कर सकते हैं शुरुआत; अब सालाना कमा रहीं 5 लाख रुपए
Cglive Report : सीवान में बीपीएससी की तैयारी कर रही छात्रा माधुरी कुमारी उद्यमी बनकर उभरी है। गुठनी प्रखंड के गोहरुआ गांव की रहने वाली 21 वर्षीय छात्रा माधुरी ने कोरोना काल में देश के अलग-अलग हिस्सों से अपने घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के दर्द को समझा और उन्होंने ठान लिया कि बीपीएससी परीक्षा की तैयारी के साथ साथ कुछ उद्योग की स्थापना करेगी।
इसी दौरान उन्होंने अपने इलेक्ट्रीशियन पिता से बल्ब बनाने की ट्रेनिंग ली और छोटे पैमाने पर अपना व्यापार शुरू किया। कुछ ही दिनों में मिले अच्छे परिणाम से आज वह LED बल्ब निर्माण कंपनी चला रही है। माधुरी बताती हैं कि उनके पिता और भाई के सहयोग से ही संभव हो सका।
बल्ब मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की कैसे करें शुरुआत
बल्ब मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का शुरुआत करने से पहले इसके बारे में उचित ढंग से जानना और परखना होता है। माधुरी कुमारी ने इस बिजनेस के बारे में बताते हुए कहा कि बल्ब उद्योग को शुरू करने के लिए सबसे पहले ट्रेनिंग लेने की जरूरत होती है। इस उद्योग को शुरू करने से पहले छपरा में अपने रिलेटिव के यहां जिनका भी बल्ब मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है वहां और दिल्ली में भी कई बल्ब कंपनियों का विजिट किया। उसके बाद अपने प्रखंड मुख्यालय में ढाई लाख की लागत से बल्ब मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की शुरुआत की थी। जैसे-जैसे कंपनी को फायदा हुआ उसी प्रकार मैंने अपने कारोबार को आगे बढ़ाया। आज उनके कंपनी में प्रतिदिन 500 से अधिक LED बल्ब बनकर तैयार हो रहे हैं। उन्होंने इस उद्योग को शुरुआत करने व मुनाफा का अच्छा विकल्प बताया है।