Bilaspur News:आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर सुपर फूड खेक्सी की बाजार में एंट्री
ककोड़ा या खेस्की अधिकतर पहाड़ी जमीन में पैदा होता है। यह बरसात के मौसम में होने वाला साग है। ककोड़ा की बेल होती है जो अपने आप जंगलों-झड़ियों में उग आती है और फैल जाती है। इसके 'नर' और 'मादा' बेल अलग-अलग होते हैं। इसका साग बहुत ही अच्छा व स्वादिष्ट होता है। नर्म ककोड़ा का साग अधिक स्वादिष्ट होता है और भी फायदे पढ़े..
HIGHLIGHTS
- खेस्की के सेवन से शुगर, पीलिया और बवासीर रोग में भी लाभ मिलता है.
- यह सिरदर्द, कान दर्द, पेट में संक्रमण, बालों का झड़ना, खांसी में भी फायदेमंद है.
- बरसात के मौसम में दाद से होने वाली खुजली में भी कंकेड़ा फायदेमंद होता है.
बिलासपुर। वर्षा के इस सीजन में बाजार में पौष्टिकता से भरपूर सब्जी खेक्सी (ककोस) पहुंच गया है। आयुर्वेद चिकित्सक व आहार विशेषज्ञ इसे सबसे ताकतवर मानते हैं, क्योंकि यह औषधीय गुणों से भरपूर है। खास बात यह है इसे खेतों में नहीं उगाया जाता। इसका जन्म प्राकृतिक रूप से स्वछंद होता है। ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासी खेक्सी की तलाश में जंगल की ओर निकलते हैं।
दो महीने तक ही बाजार में उपलब्ध