रीना गिरी के शव मिलने के मामले में हत्या का अपराध पंजीकृत
30 सितंबर को रीना गिरी की लाश मिली थी। उसके दोनों हाथ बंधे थे। उसके सिर में चोट के भी निशान थे। मायके पक्ष ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया था। गढ़वा थाने में इस मामले की शिकायत की गई थी।
HIGHLIGHTS
- 30 सितंबर को रीना गिरी की लाश मिली थी।
- बलरामपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित हो गई थी।
- गढ़वा थाने में इस मामले की शिकायत की गई थी।
अंबिकापुर। बलरामपुर जिले के सन्तोषीनगर निवासी रीना गिरी की गढ़वा के कोयल नदी में मिली लाश के मामले में गढ़वा की सदर थाना पुलिस ने ससुराल पक्ष के लोगों के विरुद्ध हत्या का अपराध पंजीकृत किया है।
रीना गिरी के ही 29 सितंबर को लापता हो जाने के मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पति गुरुचंद मंडल, ससुर शांति मंडल को पूछताछ के लिए बलरामपुर थाने में बुलाया था।
24 अक्टूबर को गुरुचंद मंडल की बलरामपुर थाने में ही फांसी पर लटकी लाश मिली थी। इस घटना को लेकर दो दिनों तक बलरामपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित हो गई थी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पता चला था कि झारखंड के कोयल नदी पुल के नीचे महिला का शव मिला था।
मृतका के मायके पक्ष के लोगों ने उसकी पहचान रीना गिरी के रूप में की थी।उन्होंने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया था। गढ़वा थाने में इस मामले की शिकायत की गई थी।
कोल ट्रांसपोर्टर के कार्यालय में सेंट्रल जीएसटी की दबिश
प्रतीकात्मक चित्र
कोल ट्रांसपोर्टर शकील के महामाया रोड स्थित कार्यालय में सेंट्रल जीएसटी की 12 सदस्यीय टीम ने छापा मारा है। जीएसटी चोरी के संदेह पर यहां सर्वे की कार्रवाई चल रही है। दल में अंबिकापुर के अलावा बिलासपुर और रायगढ़ के अधिकारी भी शामिल हैं। शकील का हर्ष रोड लाइन्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फर्म है। इस फर्म के माध्यम से कोयला परिवहन का कार्य होता है।
खबर है कि कंपनी द्वारा टर्न ओवर के हिसाब से जीएसटी जमा नहीं करने की शिकायत मिली थी। इसी शिकायत के आधार पर जीएसटी अधिकारियों का दल महामाया रोड स्थित कार्यालय पहुंचा।
अधिकारियों ने यहां दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। जांच के आधार पर ही जीएसटी अधिरोपित की जाती है। सर्वे को लेकर अधिकारी फिलहाल कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।
मोटरसाइकिल सवार दाे युवकों से भारी मात्रा में नशीली दवा व इंजेक्शन जब्त, दवा की कीमत 1़ 85 लाख रुपये, एक आरोपित फरार
रामानुजनगर पुलिस ने मोटरसाइकिल सवार दो युवकों से भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की है। मुखबिर से सूचना मिली कि सूरजपुर की ओर से एक मोटर साइकिल में तीन व्यक्ति नशीली दवा लेकर बिक्री करने प्रेमनगर की ओर जा रहे है। सूचना पर पुलिस ने ग्राम नारायणपुर में घेराबंदी की।
इस दौरान मोटर साइकिल में तीन व्यक्ति आते दिखे जिन्हें रोकवाने का इशारा करने पर एक व्यक्ति मोटर साइकिल से कूदकर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। पुलिस टीम ने मोटर साइकिल सहित अजय साहू उर्फ जयप्रकाश उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम भुवनेश्वरपुर, थाना रामानुजनगर एवं रहमान ताज पिता समशुद्दीन उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम देवनगर, थाना सूरजपुर को पकड़ा।
इनके कब्जे से 318 नग नशीला इंजेक्शन, 22 नग कफ सिरप व 550 नग टेबलेट जब्त किया गया। इसका बाजार में कीमत करीब एक लाख 85 हजार रूपये है। मामले में नशीली दवा व मोटर सायकल जब्त कर धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
मामले में फरार एक आरोपी की तलाश की जा रही है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रामानुजनगर राजेन्द्र साहू सहित उनकी टीम सक्रिय रही।