सूचीबद्ध होते ही एलआईसी के शेयरों की हालत खराब, एनएसई पर 8.11 फीसदी गिरकर 872 रुपये का भाव
नई दिल्ली : देश में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने पिछली चार मई से नौ मई तक आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए 3.5 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री करने के बाद दलाल स्ट्रीट में एंट्री मार दिया है. एलआईसी के शेयर मंगलवार को एनएसई पर 8.11 फीसदी गिरकर सूचीबद्ध हुए. एनएसई पर शेयर 949 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले 872 रुपये प्रति शेयर के भाव पर सूचीबद्ध हुए. बीएसई पर एलआईसी के शेयर 8.62 फीसदी की गिरावट के साथ 867.20 रुपये पर सूचीबद्ध हुए. बता दें कि एलआईसी आईपीओ के सब्सक्रिप्शन के जरिए सरकार को करीब 20,557 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है. पिछली 12 मई को बोली लगाने वालों के लिए इसके शेयर आवंटित किए गए हैं.
949 रुपये में मिलेगा एलआईसी का एक शेयर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के शेयर मंगलवार को बाजार में सूचीबद्ध हो गए हैं. सरकार को 20,557 करोड़ रुपये के इस आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए घरेलू निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी. सरकार ने एलआईसी के शेयरों का निर्गम मूल्य 949 रुपये प्रति शेयर तय किया है. हालांकि, एलआईसी के पॉलिसीधारकों और खुदरा निवेशकों को क्रमश: 889 रुपये और 904 रुपये प्रति शेयर के भाव पर शेयर मिलेंगे. शेयर 17 मई को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होंगे.
12 मई को शेयर किए गए आवंटित
रिपोर्ट के अनुसार, एलआईसी का आईपीओ नौ मई को बंद हुआ था और 12 मई को बोली लगाने वालों को इसके शेयर आवंटित किए गए. सरकार ने आईपीओ के जरिये एलआईसी के 22.13 करोड़ से अधिक शेयर यानी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश की है. इसके लिए कीमत का दायरा 902-949 रुपये प्रति शेयर रखा गया था. एलआईसी के आईपीओ को करीब तीन गुना अभिदान मिला था. इसमें घरेलू निवेशकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जबकि विदेशी निवेशकों की प्रतिक्रिया ‘ठंडी’ रही.
एलआईसी का आईपीओ देश के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ है. सरकार ने इस निर्गम के जरिये एलआईसी में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री करने का फैसला किया है. इस हिस्सेदारी की बिक्री से सरकार को करीब 20,557 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी. इस राशि के साथ एलआईसी का निर्गम देश का अबतक का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हुआ है. इसके पहले वर्ष 2021 में आया पेटीएम का आईपीओ 18,300 करोड़ रुपये का था. उससे पहले वर्ष 2010 में कोल इंडिया का आईपीओ करीब 15,500 करोड़ रुपये का था.