Gold Rate Hike: शादियों पर पड़ रहा रूस यूक्रेन युद्ध का असर, सोने और चांदी के बढ़ते रेट ने बिगाड़ा बजट
तीन दिन पहले रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज किए तो अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने आक्रामक रुख अपनाया। इससे युद्ध भीषण होने का खतरा बढ़ा और 18 नवंबर के बाद कीमती धातुओं सोने (Gold Rate Today) और चांदी (Silver Rate Today) के भाव फिर उछलने लगे हैं।
HIGHLIGHTS
- 20 जनवरी के बाद बाइडन की जगह ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे।
- ट्रंप युद्ध पर मौजूदा रुख के उलट निर्णय लेकर लड़ाई खत्म करवा सकते हैं।
- अर्थव्यवस्था पर ट्रंप की नीति भी सोने और चांदी के दाम घटाने वाली होगी।
इंदौर(Gold Rate Hike)। दीपावली बीतते ही सोना-चांदी के दाम घटने लगे थे। घटते दामों की खुशी उन परिवारों में साफ देखी जा रही थी जहां शादियां होना हैं। बाजार भी खुश था कि वैवाहिक सीजन में सोना-चांदी के घटे दाम गहनों की खरीदी को बढ़ावा देंगे।
बाजार की उम्मीद के साथ शादियों की शॉपिंग के लिए निकले लोगों का बजट रूस-अमेरिका के रुख ने बिगाड़ दिया है। यूक्रेन की युद्धभूमि से आ रही खबरों ने कीमती धातुओं को यूटर्न लेने पर मजबूर कर दिया। ऐसे में भारतीय बाजार और वैवाहिक खरीदार दोनों निराश हैं।
अमेरिका के चुनाव परिणाम आते ही पलटा बाजार
सोना और चांदी के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार से ही तय होते हैं। दीपावली से पहले सोना (24 कैरेट) इंदौर के बाजार में 81000 रुपये प्रति दस ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के चुनाव परिणाम आते ही बाजार ने पलटी मारी और सोने के साथ चांदी के दाम भी घटने लगे।
बाजार उम्मीद में था कि दिसंबर और उसके बाद भी दाम यूं ही घटते रहेंगे। खरीदार भी खुश होने लगे थे। लेकिन पिछले तीन दिनों से बाजार में अचानक तेजी आने लगी। घटने की राह पर आगे बढ़ते सोने-चांदी के भाव फिर से तेजी की ओर कुलांचे मारते दिख रहे हैं।
ऐसे में विवाह के लिए खरीद करने वाले नए सिरे से बजट बनाने लगे हैं। कुछ लोग इंतजार कर रहे हैं कि भाव घटे तो उसके बाद खरीदी के लिए बाजार पहुंचें।
इसलिए बदली दिशा
18 नवंबर से इजरायल-हिजबुल्लाह और फिर रूस-यूक्रेन युद्ध में तनाव बढ़ा है। इसके बाद अमेरिकी सरकार ने अपनी मिसाइलों के रूस के खिलाफ इस्तेमाल की यूक्रेन को छूट दे दी। बुलियन कारोबारी निलेश सारड़ा के अनुसार सोने को संकट की स्थिति में सुरक्षित निवेश का माध्यम माना जाता है।
जब अर्थव्यवस्था पर संकट या अनिश्चितता दिखती है तो देश-विदेश के निवेशक सोने में निवेश बढ़ा देते हैं। ऐसे में इसकी कीमत बढ़ने लगती है और चांदी पर भी असर पड़ता है।
अमेरिका में चुनाव परिणाम साफ होते ही दुनियाभर के बाजार मान रहे थे कि होने वाले राष्ट्रपति ट्रंप जो खुद व्यापारी हैं वे कुछ ऐसे कदम उठाएंगे जो युद्ध खत्म करेंगे और मौजूदा अमेरिकी सरकार के उलट होंगे। ऐसे में सोना-चांदी सस्ता होने लगा था।
20 जनवरी के बाद राहत
बाजार के जानकार कह रहे हैं कि सोने-चांदी के दामों में राहत की उम्मीद नए साल में लगाई जा सकती है। दरअसल 20 जनवरी के बाद बाइडन की जगह ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे। वे युद्ध पर मौजूदा रुख के उलट निर्णय लेकर लड़ाई खत्म करवा सकते हैं।
साथ ही अर्थव्यवस्था पर उनकी नीति भी सोने के दाम घटाने वाली होगी। इंदौर सराफा व्यापारी एसोसिएशन के मंत्री अविनाश शास्त्री के अनुसार तब तक वैवाहिक मुहूर्त का पहला दौर खत्म हो जाएगा। जनवरी के आखिरी पखवाड़े से होने वाली गहनों की खरीदी में फिर से घटे दामों का उत्साह नजर आ सकता है।
दीपावली से अब तक दाम का उतार-चढ़ाव
- 24 अक्टूबर (पुष्य नक्षत्र): सोना 80500, चांदी 98300
- 29 अक्टूबर (धनतेरस): सोना 81000, चांदी 98500
- 6 नवंबर (ट्रंप की जीत): सोना 80300, चांदी 95000
- 12 नवंबर: सोना 77100, चांदी 90200
- 14 नवंबर: सोना 75850, चांदी 88900
- 18 नवंबर (युद्ध तनाव बढ़ा): सोना 76750, चांदी 90100
- 19 नवंबर: सोना 77800, चांदी 92250
- 20 नवंबर: सोना 77700, चांदी 91700