युवाओं में बढ़ रहे साइलेंट अटैक के मामले, डॉक्टर ने बताया आखिर कैसे करें बचाव
मौसम बदलने से सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल फीवर की समस्या बढ़ जाती है। सावधानी से इन बीमारियों से बचा जा सकता है। दिल का दौरा अचानक युवा वर्ग को भी प्रभावित कर रहा है, जिसका कारण फास्ट फूड और असंतुलित आहार है।
HIGHLIGHTS
- खुली हवा में ज्यादा समय बिताने से संक्रमण का खतरा।
- पौष्टिक आहार और हरी सब्जियों से दिल के रोग से बचें।
- नियमित योग और वॉक से हृदयाघात का खतरा कम करें।
हेल्थ डेस्क, इंदौर। मानसून अब समाप्त होने वाला है। जल्द ही सर्दी शुरू होगी। मौसम बदलने के साथ कई बीमारियां दस्तक देना शुरू कर देती हैं। मौसमी बीमारियों से बचने के लिए विशेष सावधानी रखना जरूरी है। बदलते मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल फीवर की शिकायत बढ़ जाती है। डॉ एचके पेसवानी, प्रमुख चिकित्सक ने बचाव के तरीके बताए हैं।
खुली हवा में अधिक समय तक रहने से संक्रमण का खतरा रहता है। जरूरी सावधानी रखकर बीमारियों से बचा जा सकता है। अचानक जुकाम होना, गले में खराश होने या थकान महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज शुरू कर देना चाहिए। इन दिनों साइलेंट अटैक के कई मामले सामने आ रहे हैं।
इन तरीकों से दिल के दौरे से बचें
अचानक दिल का दौरा आने से युवा वर्ग भी मौत का शिकार बन रहा है। युवा वर्ग फास्ट फूड, मिर्च मसाले, मैदे व तेल से बने खाद्य पदार्थो का अधिक सेवन करने लगा है। यह बीमारियों का बड़ा कारण है। पौष्टिक और संतुलित आहार लें। भोजन में में हरी सब्जियों और फलों को शामिल करें। अधिक से अधिक सलाद खाने की आदत डालें। खराब कोलेस्ट्रोल से दिल का दौरा होने का खतरा अधिक होता है।
नियमित रूप से योग और वॉक करने से हृदयाघात की संभावना को कम किया जा सकता है। समय-समय पर जांच कराना चाहिए, जिससे कोई दिक्कत होने पर तत्काल इलाज किया जा सके। अपने फैमिली डॉक्टर की सलाह से ही दवाएं लें।