UP के मदरसे में RSS को आतंकवादी संगठन बताने वाली किताब मिली, मौलवी बच्चों का कर रहा था ब्रेनवॉश
प्रयागराज के जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम मदरसे में नकली नोट छापने की जांच के दौरान पुलिस को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को आतंकवादी बताने वाली एक किताब मिली। मदरसे में चार आरोपी गिरफ्तार किए गए, जो नकली नोट छापने में लगे थे। कुछ फरार आरोपियों के पाकिस्तान भागने का शक है।
HighLights
- प्रयागराज मदरसे में नकली नोट व विवादित किताब मिली।
- चार आरोपी तीन महीने से मदरसे में नकली नोट छाप रहे थे।
- मौलाना ने आरोपियों को नोट छपाने के लिए कमरा दिया था।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम मदरसे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को आतंकवादी बताने वाली किताब मिली है। दरअसल, जांच एजेंसियां मदरसे में नकली नोट छापे जाने के मामले की जांच कर रही थीं। इस दौरान उनको यह किताब मिल गई। इसको महाराष्ट्र के पूर्व आईजी एसएम मुसरिफ ने लिखा है। उनके लेख पाकिस्तान के अखबार डॉन में भी प्रकाशित होते हैं।
अतरसुइया स्थित जामिया हबीबिया मस्जिद के आजम मदरसा में पुलिस ने 28 अगस्त को छापा मारा था। उनको एक लाख रुपये के नकली नोट मिले थे। उन्होंने मौके से नकली नोट को छापने में उपयोग की जा रही मशीन को भी जब्त किया था। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीन महीने से ये आरोपी प्रिंटर व स्कैनर के जरिए नकली नोट छाप रहे थे।
मौलाना ने आरोपियों को दे रखा था कमरा
मदरसे के मौलाना ने चारों आरोपियों को एक कमरा नोटों की छपाई के लिए दे रखा था। पुलिस ने करेली के मोहम्मद अफजल व मोहम्मद शाहिद, अतरसुइया निवासी मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरिफीन और ओडिशा के जाहिर खान उर्फ अब्दुल को गिरफ्तार कर लिया है।
कुछ आरोपियों के पाकिस्तान भागने का शक
पुलिस आरोपियों के मोबाइल की जांच की, जिसमें से कुछ सुराग मिले हैं। इनको अभी पुष्ट करना बाकी है। नकली नोट और आरएसएस को आतंकी बताने वाली सामग्री मिलने के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो सक्रिय हो गई है। उसको कई तथ्य मिले हैं। अभी कुछ आरोपी फरार हैं। यह माना जा रहा है कि वह पाकिस्तान भाग गए हैं।