दुष्कर्म-हत्याकांड में सामने आई कोलकाता पुलिस की गंभीर खामियां, जज बोले- ‘30 साल के करियर में ऐसी लापरवाही नहीं देखी’
सुप्रीम कोर्ट हड़ताली डॉक्टरों के खिलाफ सख्त रुख अपना सकता है। पिछली सुनवाई में पश्चिम बंगाल सरकार, कोलकाता पुलि और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को आड़े हाथ लिया था।
HighLights
- सुनवाई के दौरान कोलकाता पुलिस की कई गंभीर खामियां सामने आईं
- SC ने अगली तारीख में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को हाजिर होने को कहा
- शाम को हुआ पोस्टमार्टम, देर रात दर्ज की गई थी एफआईआर
एजेंसी, नई दिल्ली। कोलकाता में लेडी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्याकांड में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने स्टेटस रिपोर्ट पेश की।
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने स्टेटस रिपोर्ट पढ़ी। यह रिपोर्ट गोपनीय रहेगी। इस बीच, जजों ने हड़ताली डॉक्टरों से अपील की कि वे काम पर लौट आए। जजों ने कहा कि मरीजों को बहुत मुश्किल से अपॉइंटमेंट मिलता है।
कोलकाता पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठा सवाल
सुनवाई के दौरान कोलकाता पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठे। सीजेआई ने कहा, बहुत परेशान करने वाली बात है कि सुबह 10.10 बजे अननेचुरल डेथ की डायर एंट्री हुई। इसके 12 घंटे बाद क्राइम सीन का डिमार्केशन हुआ।
सुनवाई के दौरान यह हैरानी करने वाली बात भी सामने आई कि पोस्टमार्टम के बाद एफआईआर दर्ज की गई। सुप्रीम कोर्ट को दी गई जानकारी के मुताबिक, पोस्टमार्टम शाम को 7.10 बजे खत्म हुआ, जबकि एफआईआर रात 11.45 दर्ज की गई। जजों ने कहा कि उन्होंने अपने 30 साल के करियर में ऐसी लापरवाही नहीं देखी।