Fasting Benefits: उपवास से वजन भी घटता है, शरीर होता है डिटाक्सीफाई
भारत में उपवास रखने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। लोग धार्मिक आस्था और मान्यताओं के चलते व्रत करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उपवास केवल धार्मिक कारणों से ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी बेहद लाभकारी है।
HighLights
- उपवास से होने वाले लाभ
- भारतीय परंपरा का हिस्सा
- विज्ञानी दृष्टिकोण से लाभ
बिलासपुर। उपवास से शरीर को डिटाक्स करने में मदद मिलती है, जिससे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी सुधरता है। उपवास जिसे प्राचीन काल से भारतीय परंपरा का हिस्सा माना गया है, आज भी स्वास्थ्य के लिए एक प्रभावी उपाय है। धर्म और विज्ञान के संगम से उपजी यह प्रथा न केवल आत्मा की शुद्धि का माध्यम है, बल्कि शरीर और मन की सेहत का भी ख्याल रखती है।
शरीर का डिटाक्सिफिकेशन
उपवास के दौरान शरीर को आवश्यक ऊर्जा की आपूर्ति के लिए पहले से संचित वसा का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, जिससे आंतरिक अंगों की सफाई होती है। यह शरीर को रीसेट करने जैसा है, जिससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।
वजन घटाने में सहायक
उपवास के दौरान कैलोरी की मात्रा कम होती है, जिससे शरीर का वजन नियंत्रित होता है। साथ ही, यह मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर करता है। अध्ययन बताते हैं कि उपवास से ब्लड शुगर और इंसुलिन का स्तर संतुलित रहता है, जो मोटापे और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाव में मदद करता है।
मानसिक शांति और ऊर्जा का संचार
उपवास केवल शरीर को नहीं, बल्कि मन को भी शांति प्रदान करता है। यह आत्मनियंत्रण और संयम सिखाता है। उपवास के दौरान शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और व्यक्ति अधिक सक्रिय महसूस करता है। इससे मानसिक स्पष्टता भी बढ़ती है, जिससे व्यक्ति की कार्यक्षमता में सुधार
होता है।