Health Care In Rain: मौसमी बीमारियों से बचाएगी चार विशेष सावधानियां, नहीं कम होगी रोग प्रतिरोधक क्षमता

बारिश अपने साथ कई बीमारियां साथ लेकर आती है। इससे न सिर्फ रोग प्रतिरो‍धक क्षमता कमजोर होती है, बल्कि कमजोरी का खतरा भी रहता है। साथ ही इस मौसम में मच्‍छर भी पनपते हैं, जिससे डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि इस मौसम में विशेष सावधानियां रखना चाहिए।

HIGHLIGHTS

  1. बारिश में होती है पेट दर्द व उल्टी की समस्या
  2. इस मौसम में खानपान पर देना चाहिए ध्यान
  3. बच्‍चों के बीमार होने पर दें ओआरएस घोल

हेल्‍थ डेस्‍क, इंदौर (Health Care in Rain)। मौसम में उतार-चढ़ाव के साथ वातावरण में कुछ संक्रमण सक्रिय हो जाते है। मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित होती है। इसके कारण लोग आसानी से संक्रमित हो जाते है। सर्दी-खांसी, बुखार, पेट दर्द, दस्त जैसी शिकायतें सामान्य है। सर्वाधिक प्रभावित बच्चे और वृद्ध होते है। इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अपेक्षाकृत कम होती है। इसलिए इस मौसम में बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता और शुद्धता, दोनों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण हो जाता है।

रखें ये सावधानी

खानपान पर दें ध्‍यान

इस मौसम में खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यह सुनिश्चित करें कि आप जो पानी पी रहे है, वह शुद्ध हो। यदि जल दूषित है तो उसे उबालना या फिल्टर कर पिएं। साथ ही ताजे फल-सब्जी और भोजन का उपयोग करें। बासी और बाहर का खाना खाने से बचें।

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आस-पास सफाई रखें

इस मौसम में घर और आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखना चाहिए। पानी का ठहराव होने के कारण कई बार मच्छर पनपते हैं, जिससे कई बीमारियों का खतरा रहता है। पानी को खुला नहीं रखना चाहिए। मच्छरों से बचाव के लिए सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और हाथ- पैर को ढंकने वाले कपड़े पहनें।

ब्‍लड टेस्‍ट करवाएं

यदि आपको तीन से अधिक दिन तक बुखार बना रहता है, तो चिकित्सक से मिलकर उसके ब्‍लड टेस्‍ट करवाना चाहिए। इससे बीमारियां पकड़ में आती है।

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डॉक्टर से परामर्श लें

बच्चे के पीड़ित होने पर उसे ओआरएस का घोल दें। यदि समस्या बढ़ रही है तो बिना देर किए चिकित्सक से मिलें।

 

डिस्क्लेमर

यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

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