Zika Virus Symptoms: महाराष्ट्र के पुणे में फिर मिले जीका वायरस के मरीज, आप भी न करें लक्षणों को नजरअंदाज
बरसात के आने से एक तरफ जहां मौसम सुहावना हो गया है, तो वहीं दूसरी तरफ कई सारी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। महाराष्ट्र में कुछ जगहों पर जीका वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जीका वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों में इसके लक्षण 3-14 दिन बाद शुरू होते हैं और आमतौर पर 2-7 दिनों तक रहते हैं।
HIGHLIGHTS
- यौन संबंध बनाने के जरिए फैल सकता है जीका वायरस।
- यात्रा के दौरान ध्यान रखें कि मच्छरों के काटने से बचे रहें।
- जीका वायरस प्रेग्नेंसी के दौरान भ्रूण में भी फैल सकता है।
मैगजीन डेस्क, इंदौर। Zika Virus Symptoms: इस समय मानसून चल रहा है। चिलचिलाती धूप के बाद गर्मी से राहत बरसात ही दिलाती है। बरसात के मौसम में थोड़ी ठंडक बढ़ जाती है। ठंडक के साथ-साथ कई बीमारियों का आगमन भी होता है। बरसात के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
इनमें से एक जीका वायरस भी है। इन दिनों महाराष्ट्र के पुणे में जीका वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पुणे नगर निगम ने एक दिन में जीका वायरस के 6 मामलों की पुष्टि की है। शुक्रवार तक पुणे से कुल 65 मामले सामने आ चुके हैं।
मच्छरों से होने वाली बीमारियां
यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मानसून में होने वाली लगातार बारिश और जलभराव के कारण नमी में मच्छरों को प्रजनन के लिए एक आदर्श वातावरण मिलता है, जिससे mosquito borne diseases का खतरा बढ़ जाता है।
इस मौसम में मच्छर से जुड़ी बीमारियां डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, येलो फीवर के मामले भी तेजी से बढ़ते हैं, इसलिए खुद को सुरक्षित रखना बहुत ही जरूरी है। आज हम आपको बताएंगे कि जीका वायरस के लक्षण क्या हैं और इससे बचने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
जीका वायरस के लक्षण
CDC (Centers for Disease control and Prevention) के मुताबिक जीका वायरस मच्छरों से फैलने वाला एक वायरस है। यह एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है। यह मच्छर ज्यादातर दिन के समय काटते हैं। इतना ही नहीं जीका वायरस सेक्स या प्रेग्नेंसी के दौरान भ्रूण में भी फैल सकता है। इस वायरस से होने वाला संक्रमण रोकने के लिए कोई वैक्सीन या इलाज भी नहीं है।
जीका वायरस से संक्रमित लोगों में कई तरह के लक्षण नजर आते हैं। यदि समय रहते हैं लक्षणों की पहचान कर ली जाए, तो इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। इसके लक्षण में दाने, बुखार, सिर दर्द, लाल आंखें, जोड़ो और मांसपेशियों में दर्द आदि शामिल है।
सेक्स के जरिए भी फैलता है वायरस
CDC के मुताबिक, जीका वायरस मच्छरों के काटने से गर्भवती महिला से उसके भ्रूण में और सेक्स के जरिए भी फैल सकता है। काफी कम मामलों में जीका वायरस संक्रमित खून या टिश्यूज और लैब में फैल सकता है। जीका वायरस किसी व्यक्ति के लक्षण शुरू होने से पहले उसके दौरान और लक्षण खत्म होने के बाद भी फैल सकता है।
जीका वायरस से बचने के टिप्स
- आमतौर पर मच्छर दिन और रात दोनों समय काटते हैं, लेकिन जीका वायरस वाले मच्छर दिन के समय काटते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने आप को मच्छरों को काटने से बचा कर रखें।
- पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) द्वारा रजिस्टर्ड इंसेक्ट रिपेलेंट का इस्तेमाल करें। जितना हो सके लंबी बाजू वाली शर्ट फुल पैंट पहनें, जिसमें ज्यादा से ज्यादा आपका शरीर ढका रहे।
- कोशिश करें कि घर के अंदर मच्छरों को आने से रोक दिया जाए। घर पर या यात्रा के दौरान ध्यान रखें कि आप मच्छरों के काटने से बचे रहें।
- बताया जाता है कि जीका वायरस के प्रकोप वाले क्षेत्र से लौटने के तीन हफ्ते बाद तक सावधानी बरतना चाहिए।
इस तरह फैलने से रोकें
- जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति से उसके पार्टनर में यौन संबंध बनाने के जरिए फैल सकता है।
- सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करने से जीका वायरस होने की संभावना कम हो जाती है।
- सेक्स टॉयज शेयर ना करने से भी सेक्स पार्टनर्स में जीका वायरस फैलने का खतरा खत्म हो जाता है।