Hathras Stamped Update: हाथरस कांड में यूपी सरकार का एक्शन… एसडीएम, सीओ, तहसीलदार सहित 6 निलंबित, SIT ने बताए भगदड़ के ये कारण
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ के मामले में जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट यूपी सरकार को सौंप दी है। रिपोर्ट में आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट में भोले बाबा का कहीं नाम नहीं है। इस पर सवाल उठे हैं।
HIGHLIGHTS
- 2 जुलाई को मची थी भगदड़
- 121 लोगों की हुई थी मौत
- अब तक 8 सेवादार गिरफ्तार
एजेंसी, नई दिल्ली/लखनऊ (Hathras Stamped Update)। हाथरस कांड की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक्शन में है। मंगलवार को एसडीएम, सीओ और तहसीलदार समेत 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। बता दें, एसआईटी ने सोमवार को यूपी सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, रिपोर्ट में भगदड़ मचने और 121 लोगों की मौत के लिए आयोजकों को जिम्मेदार माना गया है। आयोजकों ने 80 हजार की भीड़ जुटाने की अनुमति ली थी, लेकिन सत्संग में ढाई लाख से अधिक भक्त शामिल हो गए। यही भगदड़ का कारण रहा। भीड़ जुटने के बाद आयोजकों ने उचित प्रबंध नहीं किए।
करीब 300 पन्नों की रिपोर्ट में मृतकों के परिजनों और घायल श्रद्धालुओं समेत 119 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। एसआईटी ने डीएम हाथरस आशीष कुमार, एसपी निपुण अग्रवाल, एसडीएम और सीओ सिकंदराराऊ के साथ 2 जुलाई को सत्संग के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों के भी बयान दर्ज किए।
रिपोर्ट मिलते ही एक्शन में यूपी सरकार
- एसआईटी की रिपोर्ट मिलने के बाद यूपी सरकार एक्शन में है
- मंगलवार को योगी सरकार ने 6 लोगों को निलंबित कर दिया
- इनमें सिकंदराराऊ SDM और सीओ के खिलाफ भी कार्रवाई
- सिकंदराराऊ SDM सिकंदरराव ने सत्संग की अनुमति दी थी
12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ और 121 लोगों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। मंगलवार को सर्वोच्च अदालत के सामने याचिका दायर की गई, जिस पर सुनवाई के लिए 12 जुलाई की तारीख तय की गई।