Bariatric Surgery: क्या बेरिएट्रिक सर्जरी से मिल सकती है मोटापे निजात, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
असंतुलित खानपान के कारण हर उम्र के व्यक्ति मोटापे के शिकार हो रहे हैं। हालांकि, लेकिन खाने में परहेज और हर रोज शारीरिक व्यायाम से मोटापे से छुटकारा मिल सकता है। यदि फिर भी मोटापा नियंत्रण से बाहर हो जाए तो बेरिएट्रिक सर्जरी भी इसका एक समाधान हो सकता है।
HIGHLIGHTS
- डायबिटीज के मरीज भी हो सकती है बेरिएट्रिक सर्जरी
- 40 किलो तक वजन कम होने की रहती है संभावना
- लंबे समय तक हॉस्पिटल में नहीं रहना पड़ता एडमिट
Bariatric Surgery हेल्थ, डेस्क, इंदौर। इन दिनों मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इससे कई बीमारियों का भी खतरा रहता है। हालांकि, नियमित व्यायाम और संतुलित खानपान के जरिए भी मोटापे को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही कई लोग इसे कम करने के लिए दवाईयों का सहारा भी लेते हैं।
कई बार मोटापा इतना हो जाता है कि व्यायाम सहित कई उपायों से भी कंट्रोल नहीं होता। ऐसे मामलों में बेरिएट्रिक सर्जरी एक बेहतर विकल्प हो सकती है। डाॅ. अचल अग्रवाल से समझते हैं, यह सर्जरी क्या है और कितनी फायदेमंद हैं।
क्या है बेरिएट्रिक सर्जरी?
यह सर्जरी बगैर किसी चीर फाड़ के किया जाता है। यह सर्जरी लेप्रोस्कोपी के जरिए दूरबीन पद्धति से किया जाता है। इसमें खाने की थैली का आकार कम कर दिया जाता है। खास बात है कि डायबिटीज के मरीजों की भी यह सर्जरी की जा सकती है।
क्या है फायदा
बेरिएट्रिक सर्जरी से 40 किलो तक वजन कम होने की संभावना रहती है। इतना ही नहीं कुल वजन के 80 प्रतिशत तक वजन कम किया जा सकता है। इसके साथ ही फैटी लिवर जैसी समस्याएं भी इससे खत्म हो जाती है।
लंबे समय तक नहीं रहना पड़ता
इस सर्जरी की खास बात यह है कि मरीजों को लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती नहीं रहना पड़ता। सर्जरी के दो दिन बाद ही मरीज को छुट्टी दे दी जाती है। इसके बाद वजन कम होना शुरू हो जाता है। हालांकि, बेरिएट्रिक सर्जरी के पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर रहना चाहिए।
ये बीमारियों से परेशान मरीज भी करवा सकते हैं सर्जरी
- डायबिटीज
- हाइपरटेंशन
- हार्ट अटैक
- ब्लड प्रेशर
- स्लीप एप्निया
- गठिया
- नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर
डिस्क्लेमर
यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।