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Dental Tips: किसी भी उम्र के व्‍यक्ति को हो सकता है पायरिया, ये लक्षण दिखें तो तुरंत करवाएं उपचार

दांतों की देखभाल में लापरवाही से पायरिया की समस्या हो सकती है। दांतों की यह बीमारी काफी आम हो गई है। हालांकि, समय पर उपचार करवाकर इस दर्द को आसानी से ठीक किया जा सकता है। चिकित्सीय भाषा में पायरिया को पीरियोडोंटाइटिस कहा जाता है।

HIGHLIGHTS

  1. मुंह की ठीक से सफाई न करने पर हो सकता है पायरिया
  2. धूम्रपान के कारण भी हो सकती है पायरिया की समस्या
  3. पायरिया के लक्षण दिखने पर नहीं करना चाहिए लापरवाही

Dental Tips हेल्‍प डेस्‍क, इंदौर। पायरिया या पेरियोडोंटाइटिस के कारण लोगों के दांत 50 साल की उम्र के बाद हिलने लगते हैं। यह समस्या मधुमेह के रोगियों में सामान्य होती है। पायरिया के कई लक्षण होते हैं, ऐसे में इसे नजरअंदाज न करते हुए विशेषज्ञों से इसका उपचार करवाना चाहिए। यह किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है।

क्यों होता है पायरिया

हमारे दांतों में बैक्टीरिया की कई प्रजातियां होती हैं। जब ये बैक्टीरिया धीरे-धीरे हमारे दांतों के आसपास जमना शुरू हो जाते हैं तो जो खाना हम खाते हैं, उससे इन्हें न्यूट्रिशन मिलता है और ये हमारे दांतों के आसपास जमकर मसूड़े और जबड़े की हड्डी को नुकसान पहुंचाते हैं। धीरे-धीरे हड्डी गलना शुरू हो जाती है, जिससे पायरिया होने लगता है। डेंटल इंप्लांटोलाजिस्ट डाॅ. निकित अग्रवाल से समझते हैं पायरिया के क्‍या लक्षण और उपचार है।

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ये हैं पायरिया के शुरुआती लक्षण

    • सूड़े कमजोर होना और सूजन आना
    • मसूड़ों से खून रिसना
    • मसूड़े लाल होना
    • सांस लेने में बदबू आना
    • दांत हिलने लगना
    • चबाने पर दर्द होना

पायरिया के ये हैं उपचार

 

    • डेंटल इंप्लांट और लेजर की मदद से पायरिया का इलाज किया जाता है।
    • जिनके दांत नहीं होते हैं या फिर पायरिया के कारण से गिर जाते हैं, उन्हें तीन दिन में दांतों को ठीक करने के लिए डेंटल इम्प्लांट की मदद लेनी पड़ती है।
    • जिन बच्चों के दांत टेढ़े मेढ़े होते हैं, उन्हें ऑर्थोडोंटिक इलाज से सीधा किया जा सकता है। आजकल इनविजिबल ब्रेसेज भी आ गए हैं, जिनकी मदद से भी टेढ़े-मेढ़े दांतों को सीधा किया जाता है।
    • डेंटल स्कैनिंग और थ्रीडी प्रिंटिंग आने से अब दांतों का इलाज आसान हो गया है।

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