Fungal Infections: बारिश के मौसम में बढ़ जाता है फंगल इंफेक्शन का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव का तरीका"/>

Fungal Infections: बारिश के मौसम में बढ़ जाता है फंगल इंफेक्शन का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव का तरीका

बारिश के मौसम में लोग अक्सर दाद, खाज, खुजली से परेशान रहते हैं। इसको फंगल इंफेक्शन कहा जाता है। फंगल इंफेक्शन आमतौर पर गीले में रहने, नमी व पसीने की वजह से हो जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको इससे बचने के तरीके बताएंगे।

HIGHLIGHTS

  1. बारिश के मौसम में फंगल इंफेक्शन परेशान करता है।
  2. इस परेशान व्यक्ति को भयंकर खुजली होती है।
  3. फंगल इंफेक्शन गीले में रहने, नमी व पसीने से होता है।

हेल्थ डेस्क, इंदौर। बारिश के मौसम में कई तरह की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। इस मौसम में त्वचा से संबंधित समस्या भी अधिक होने लग जाती है। सबसे ज्यादा फंगल इंफेक्शन की समस्या रहती है, जिसका कारण गीले में रहना, नमी और पसीना है। डॉ. जैनब सफदरी, स्किन स्पेशलिस्ट एवं कास्मेटोलाजिस्ट ने फंगल इंफेक्शन से बचाव के तरीके बताए हैं।

 
 

फंगल इंफेक्शन से बचाव के तरीके

  • फंगल इंफेक्शन से बचाव के लिए ध्यान रखें कि ज्यादा टाइड कपड़े नहीं पहने चाहिए। बारिश में भीगने से बचें। अगर, भीग भी जाते हैं तो तुरंत कपड़े बदलें। खासकर इस मौसम में अपने अंडर गारमेंट भी प्रेस करके ही पहनें, क्योंकि अभी धूप भी नहीं होती है।
 
  • फंगल इंफेक्शन को लेकर लोग जागरूक नहीं है, वह डॉक्टर के पास आने से पहले मेडिकल से लाकर क्रीम लगाने लग जाते हैं। इससे उन्हें उस समय तो ठीक लगता है, लेकिन बाद में इंफेक्शन तेजी से फैल जाता है। हमेशा विशेषज्ञों की सलाह से ही उपचार लें।
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  • किसी को फंगल इंफेक्शन हो भी जाता है, तो उसे अपने कपड़े, टावेल किसी ओर को उपयोग नहीं करने देना चाहिए।
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  • इस मौसम में फफूंद भी सामान्य समस्या रहती है। यह पीठ और सीने पर होती है। उंगलियों के बीच में दाद की समस्या भी इस मौसम में अधिक देखने को मिलती है। इस दौरान मोजे पहनने से बचें। इस मौसम में अच्छी त्वचा के लिए हाइजीन का भी ध्यान रखना रखें। खानपान में पौष्टिक आहार का सेवन करें।

 

डिस्क्लेमर

यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

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