Throat Infection: बारिश में बढ़ जाता है थ्रोट इन्फेक्शन का खतरा, जानिए कब बिना देरी डॉक्टर को दिखाना चाहिए
बारिश के दौरान नाक, कान और गले की समस्या बढ़ जाती है। इसके साथ ही थ्रोट इन्फेक्शन भी हो सकता है। इसके कारण गले में जलन, दर्द, सूजन, बुखार और खांसी जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। यहां जानिए लक्षण और इलाज से जुड़ी जरूरी बातें।
HIGHLIGHTS
- बैक्टीरिया के कारण होता है गले का संक्रमण
- खांसी, बुखार और सिर दर्द इसके आम लक्षण
- बाहर के खाने से करना चाहिए परहेज
Throat Infection हेल्थ डेस्क, इंदौर। इन दिनों मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। गर्मी के मौसम की रवानगी के साथ ही बारिश का दौर शुरू हो गया है और तापमान में भी गिरावट आई है। इस मौसमी बदलाव के चलते बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
बता दें कि मौसम बदलने के साथ शरीर का तापमान भी बदल रहा है। ऊपर से अनियमित खानपान की वजह से तेजी से लोग नाक, कान व गले की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं। इस मौसम में सबसे ज्यादा लोग थ्रोट इंफेक्शन गले की संक्रमण से ग्रसित होते हैं। यहां समझते हैं बारिश के मौसम में इन बीमारियाें से कैसे बचा जाए।
ठंडी चीजों से करें परहेज
बदलते मौसम में ठंडी चीजों से परहेज करें और नियमित रूप से सुबह शाम भाप लें। इससे साथ ही रात में गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करें। इससे थ्रोट इन्फेक्शन से बचा जा सकता है।
मौसम बदलने सहित कई कारण से गले में इंफेक्शन हो जाता है। यह संक्रमण वायरल और बैक्टीरियल दोनों होते हैं। किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी होने पर भी यह संक्रमण हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप बाहर का खाना खाने से बचें
मास्क लगाएं
कई बार अधिक प्रदूषण वाले इलाके में रहने के बाद गले का संक्रमण होना आम है। कई संक्रमण बारिश में और बढ़ जाते हैं। इसके पीछे बैक्टीरियल कारण होते हैं। ऐसे में इन स्थानों पर मास्क लगाकर या चेहरा ढंककर ही जाएं।
विशेषज्ञ से सलाह लें
किसी भी प्रकार से नाक, कान या गले में कोई समस्या हो तो तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए।