Fungal Infection Treatment: ये लापरवाहियां बढ़ा सकती है फंगल इन्फेक्शन का खतरा, इन बातों का रखें ध्यान
गर्मी और उमस के दौरान अक्सर फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि इस बीमारी को नजरअंदाज न करते हुए तुरंत डॉक्टर से इसका चेकअप कराया जाए। साथ ही इस दौरान घरेलू उपचार करने से भी बचना चाहिए।
HIGHLIGHTS
- गर्मी के दौरान हो सकता है फंगल इन्फेक्शन
- इसका घरेलू उपचार करने से बचना चाहिए
- डॉक्टर की सलाह पर ही दवाइयां लेना चाहिए
Fungal Infection Treatment हेल्थ डेस्क, इंदौर। गर्मी, उमस और पसीने के एक साथ होने के कारण फंगल इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। आम तौर से ये दाद के नाम से जाना जाता है और लोग अक्सर इसे तब तक नजरअंदाज करते हैं जब तक ये बड़ी समस्या न बन जाए। इसलिए जरूरी है कि समय रहते इस बीमारी का इलाज करवा लिया जाए। साथ ही मन से दवाईयां भी नहीं लेना चाहिए।
अलग से धोएं कपड़े
बारिश में आधे सूखे हुए, नमी वाले कपड़े और मोजे पहनना और पूर्ण रूप में शारीरिक स्वच्छता का ध्यान नहीं रखने पर यह समस्या बढ़ जाती है। ये बीमारी एक दूसरे से भी फैलती है, इसलिए इसलिए संक्रमित व्यक्ति को अपने कपड़े अलग से धोने चाहिए। यहां तक की अपना टाॅवेल भी किसी को उपयोग नहीं करने देना चाहिए।
साधारण तौर पर देखा गया है कि फंगल इन्फेक्शन होने पर आम व्यक्ति इलाज के लिए तुरंत घरेलू उपचार करता है। या फिर मेडिकल स्टोर से स्टेरायड युक्त ओवर द काउंटर क्रीम और अन्य लोशन लगाते हैं। जोकि तुरंत तो राहत दे देते हैं, लेकिन बाद में इंफेक्शन बढ़ जाता है। इसके कारण फिर इलाज में भी समस्या होती है। साथ ही फंगल इंफेक्शन ठीक होने में भी समय लग जाता है।
विशेषज्ञ की लें सलाह
फंगल इन्फेक्शन का इलाज संभव है। लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि फंगल इंफेक्शन की समस्या हो रही है तो हमेशा विशेषज्ञों की सलाह से ही इलाज लेना चाहिए। आमतौर पर इसका इलाज चार से छह हफ्ते तक चलता है और इलाज पूरा करने पर ही फंगस को पुरी तरह खत्म किया जा सकता है।