Health News : हल्के में लेना भारी पड़ सकता है कान, नाक व गले का संक्रमण
Health News : जबलपुर के ईएनटी स्पेशलिस्ट डा. पंकज ग्रोवर बोले-गर्मी के मौसम में कान, नाक व गले की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
HIGHLIGHTS
- शुरुआती दौर में उपचार न होने से गंभीर समस्या सामने आ सकती है।
- पूल, तालाब या नदी के गंदे पानी में स्नान से कान में एलर्जी हाे सकती है।
- कान में लकड़ी या किसी नुकीली धातु डालने से जख्म होने का खतरा रहता है।
Health News : कान, नाक व गले का संक्रमण नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। शुरुआती दौर में इसका उपचार न होने से गंभीर समस्या सामने आ सकती है। गर्मी के मौसम में कान, नाक व गले की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। दरअसल, इस मौसम में स्वीमिंग पूल का उपयोग बढ़ जाता है। फसलों की कटाई का भी समय रहता है। नकसीर छूटने की समस्या भी सामने आती है।
गंदे पानी में स्नान करने से कान में एलर्जी की समस्या हाे सकती है
स्वीमिंग पूल, तालाब या नदी के गंदे पानी में स्नान से कान में एलर्जी की समस्या हाे सकती है। उन लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए जिनके कान के पर्दे में छेद हो। गर्मी और एलर्जी के कारण कान में खुजली व गले में संक्रमण की समस्या बढ़ती है। लिहाजा लोगों को भरपूर मात्रा में पेयजल का सेवन करते हुए गर्मी व धूप से बचाव करना चाहिए। गले में संक्रमण की रोकथाम के लिए यह बेहद जरूरी है।
कान में लकड़ी या किसी नुकीली धातु डालने से जख्म होने का खतरा रहता है
इस मौसम में कान में सूखापन आ जाता है जिससे खुजली होती है। कई बार लोग खुजली से बचाव के लिए कान में लकड़ी या किसी नुकीली धातु का उपयोग करते हैं जिससे कान में जख्म होने का खतरा रहता है। लिहाजा ड्राईनेस दूर करने के लिए चिकित्सीय परामर्श पर क्रीम का उपयोग करना चाहिए। कान, नाक, गले की सफाई का ध्यान न रखा जाए तो कई गंभीर व्याधियां घेर लेती हैं।
कान की सफाई में लापरवाही नहीं करनी चाहिए
कान में तेल डालने से बचना चाहिए। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है। कान की सफाई में लापरवाही नहीं करनी चाहिए। इससे कान के पर्दे में जख्म हो सकता है। आमतौर पर देखा जाता है कि कान की किसी समस्या पर लोग अपनी मर्जी से ईयर ड्राप खरीदकर उसका उपयोग करते हैं। जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए।