रिश्ते सियासी जंग में बदले, पूर्व पति-पत्नी, ननद-भाभी से लेकर ससुर-बहू, इन सीटों पर अपनों में चुनावी मुकाबला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी। सात चरणों में संपत्र मतदान के बाद 4 जून को नतीजे आएंगे। पहले और दूसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया खत्म हो गई है। पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। 26 अप्रैल को दूसरे 89 सीटों पर मतदान होगा। इस बार चुनाव पर कई सीटों सियासी मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। यहां एक ही परिवार के सदस्य आमने-सामने हैं।
आइए जानते हैं ऐसी कितनी सीटें हैं जहां रिश्तों के बीच राजनीतिक लड़ाई है। ये प्रत्याशी किन पार्टियों से हैं।
भाई-बहन के बीच टक्कर
आंध्र प्रदेश की कडप्पा लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने वाईएस शर्मिला को टिकट दिया है। इलेक्शन में शर्मिला के सामने उनके चचेरे भाई वाईएस अविनाश रेड्डी है। अविनाश को वाईएसआर कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा है। शर्मिला पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी प्रमुख जगह मोहन रेड्डी की बहन हैं। 2019 के चुनाव में अविनाश रेड्डी इस सीट से जीते थे। उन्होंने तेलुगु देशम पार्टी के आदि नारायण रेड्डी को हराया था।
भाभी-ननद आमने-सामने
महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट पर भाभी-ननद के बीच मुकाबला है। यहां उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा को एनसीपी (अजित गुट) ने उम्मीदवार बनाया है। सुनेत्रा पवार के सामने उनकी ननद सुप्रिया सुले मैदान में है। सुप्रिया शरद पवार की बेटी हैं। फिलहाल बारामती लोकसभा सीट से सांसद हैं। 2019 के चुनाल में सुप्रिया सुले ने भाजपा के कंचन राहुल कूल को शिकस्त दी थी।
चौटाला परिवार चुनावी मैदान में
हरियाणा की हिसार सीट पर भाजपा ने रणजीत चौटाला को टिकट दिया है। इंडियन नेशनल लोकदल ने सुनैना चौटाला को मैदान में उतारा है। रणजीत सुनैना के चाचा ससुर हैं। जननायक जनता पार्टी भी ओम प्रकाश चौटाला की बहू नैना चौटाला को टिकट देने की तैयारी में है। यहां मुख्य मुकाबला चौटाला परिवार के बीच होगा।
पूर्व पति-पत्नी एक-दूसरे के खिलाफ
पश्चिम बंगाल की बिष्णुपुर सीट पर पूर्व पति-पत्नी के बीच राजनीतिक मुकाबला है। यहां से बीजेपी सांसद सौमित्र खान मैदान में है। टीएमसी ने उनकी पूर्व पत्नी सुजाता मंडल को उम्मीदवार बनाया है। पूर्व पति-पत्नी के चुनावी मैदान में आने से मुकाबला कड़ा हो गया है। पिछले चुनाव में सौमित्र ने श्यामल संत्रा को हराया था।