2014 में 5 सीटों पर 5 लाख से अधिक वोटों से जीती थी भाजपा, 2019 में इसी अंतर से 15 सीट कर ली अपने नाम, 5 साल में ऐसे बढ़ा पार्टी का ग्राफ
HIGHLIGHTS
- 2014 के चुनाव में भाजपा ने 5 सीटें 5 लाख से अधिक वोटों से जीती
- 2019 में ऐसी सीटों का आंकड़ा बढ़कर 15 सीटों पर पहुंच गया
- इनमें से कुछ सीटों पर भाजपा ने 6 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की
BJP Lok sabha chunav Record इलेक्शन डेस्क, इंदौर। लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है। राजनीतिक दल प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही चुनाव प्रचार में भी जुट गए हैं। इस चुनाव में भाजपा अबकी बार 400 पार के नारे के साथ उतरी है, तो वहीं भाजपा (BJP) के विरोध में इंडी गठबंधन (INDI Alliance) दम दिखा रहा है। हालांकि देश में हुए पिछले दो लोकसभा चुनावों पर नजर डाले तो 2014 के बाद भाजपा का ग्राफ तेजी से ऊपर उठा है। साथ ही 5 लाख से अधिक वोटों से जीत के मामले में भी सीटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 5 सीटों पर पांच लाख से अधिक वाेटों से जीत दर्ज की थी, खास बात यह है कि इनमें तीन सीट गुजरात की है। वहीं 2019 के चुनाव में इन सीटों की संख्या 15 तक पहुंच गई, यानी देश की 15 सीटें ऐसी थी, जिस पर भाजपा को 5 लाख से अधिक वोट मिले थे। 2019 में तो कुछ सीटों पर भाजपा ने 6 लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की।
लोकसभा चुनाव 2014 (Loksabha Election 2014)
वड़ोदरा (Vadodara)
वड़ोदारा सीट पर 70.57 प्रतिशत यानी 11.63 लाख वोट डले थे, भाजपा प्रत्याशी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 8 लाख 45 हजार 464 वोट मिले जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मधुसूदन मिस्त्री को 2 लाख 75 हजार 336 वोट मिले। यह चुनाव पीएम मोदी ने 5 लाख 70 हजार 128 वोटों से जीता था।
गाजियाबाद (Ghaziabad)
यहां से विजय कुमार सिंह ने 5 लाख 67 हजार 260 वोटों से जीत दर्ज की थी।
नवसारी (Navsari)
नवसारी सीट पर भाजपा के सीआर पाटिल ने 5 लाख 58 हजार 116 वोटों से चुनाव जीता था।
जयपुर (Jaipur)
रामचरण बोहरा को इस सीट से जीत मिली थी। उन्होंने 5 लाख 39 हजार 345 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया था।
सूरत (Surat)
दर्शना जरदोश ने यह चुनाव 5 लाख 33 हजार 190 वोट के बड़े अंतर से जीता था।
लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha Election 2019)
नवासरी (Navsari)
2019 में भाजपा ने 2014 का अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए नवसारी सीट को 6 लाख से अधिक वोटों से जीता और सीआर पाटिल ही सांसद बने थे। यह सीट भाजपा ने 6 लाख 89 हजार 668 वोटों के अंतर से जीती और इस चुनाव में भाजपा की यह सबसे बड़ी जीत थी।
करनाल (Karnal)
यहां से भाजपा के संजय भाटिया ने 6 लाख 56 हजार 142 वोटों जीत हासिल की। उन्हें 70 फीसदी से अधिक 9 लाख 11 हजार 594 वोट मिले थे।
भीलवाड़ा (Bhilwara)
भीलवाड़ा सीट भी भाजपा ने 6 लाख से अधिक मतों से जीती। भाजपा प्रत्याशी सुभाष बहेड़िया ने 6 लाख 12 हजार वोटों से यहां जीत दर्ज की थी।
वडोदरा (Vadodara)
2019 में रंजनबेन भट्ट ने यहां से चुनाव लड़ा और 5 लाख 89 हजार 177 मतों के अंतर से विजय हासिल की।
पश्चिमी दिल्ली (West Delhi)
यहां से प्रवेश वर्मा ने चुनाव जीता। वे 5 लाख 78 हजार 486 मतों के अंतर से जीते थे।
फरीदाबाद (Faridabad)
भाजपा उम्मीदवार कृष्णपाल गुर्जर को यहां 9 लाख 13 हजार से अधिक वोट मिले थे, उन्होंने 6 लाख 38 हजार 239 वोटों से जीत दर्ज की।
चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh)
चित्तौड़गढ़ सीट भाजपा ने 5 लाख 76 हजार 247 वोटों से जीती थी। सीपी जोशी यहां से सांसद बने।
गांधीनगर (Gandhinagar)
पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की परंपरागत सीट रही गांधीनगर से भाजपा ने अमित शाह को प्रत्याशी बनाया था, उन्हें 5 लाख 57 हजार 14 वोटों से जीत मिली थी।
उत्तर पश्चिमी दिल्ली (North West Delhi)
यहां से हंसराज हंस ने 5 लाख 53 हजार 897 वोटों से चुनाव जीता था। उन्होंने आप प्रत्याशी गुगन सिंह को हराया था।
होशंगाबाद (Hoshangabad)
होशंगाबाद से उदय प्रताप सिंह ने 5 लाख 53 हजार 682 वोटों के अंतर से चुनाव जीता था।
इंदौर (Indore)
इंदौर से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी 5 लाख 47 हजार वोटों से जीत दर्ज की।
राजमसंद (Rajmasand)
दीया कुमारी ने इस सीट को 5 लाख 51 हजार वोटों से जीता था।
विदिशा (Vidisha)
यहां से भाजपा प्रत्याशी रमांकात भार्गव ने 5 लाख 3 हजार 84 वोटों से चुनाव जीता था।
सूरत (Surat)
दर्शना जरदोश ने इस सीट से 5 लाख 48 हजार 230 वोटों से चुनाव जीता
गाजियाबाद (Gaziabad)
विजय कुमार सिंह को यहां 5 लाख 1 हजार 500 के अंतर से जीत मिली।