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विधानसभा में काशी-मथुरा पर खुलकर बोले CM योगी, कहा- हमने केवल तीन स्थान मांगे थे

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बोलते हुए लोकसभा चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया है। उन्होंने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को और धार देते हुए अयोध्या, मथुरा और काशी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण जब कौरवों के पास शांति प्रस्ताव लेकर गए, तब उन्होंने कहा था कि हमें केवल पांच गांव मांगे थे। हमने (बहुसंख्यक) भी उसी तरह भगवान जहां पैदा हुए थे, वह तीन स्थान मांगे थे। राजनीतिक वोट बैंक की प्रवृत्ति ने विवाद खड़ा किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान कृष्ण के प्रस्ताव को दुर्योधन ने नकारते हुए बोला था कि सुई की नोक बराबर जमीन भी नहीं दूंगा, तो महाभारत होना स्वभाविक था। उसी तरह वोट बैंक चक्कर में आक्रांताओं का महिमामंडन हुआ। हमारी आस्था और संस्कृति को जानबूझकर रौंदने का प्रयास हुआ।

सीएम योगी ने विपक्ष पर बोला करारा हमला

भारत में लोक आस्थाओं और संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया गया। इस तरह का कृत्य कहीं और देखने को नहीं मिला होगा। मुझे याद आता है कि पांच हजार साल पहले ऐसा ही खिलवाड़ हुआ था। तब भगवान कृष्ण कौरवों के पास गए थे। उन्होंने कहा था कि बस दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, हम वहीं खुशी से खाएंगे, परिजन पर असि न उठाएंगे, दुर्योधन वह भी देना सका, आशीष समाज की ले ना सका। उल्टे हरि को बांधने चला, जो था असाध्य साधने चला। अयोध्या, काशी और मथुरा के साथ यही तो हुआ था। हमारा समाज केवल तीन के लिए बात कर रही है, क्यों कि यह विशिष्ट धरती है। एक जिद के कारण, जिसमें वोट बैंक की राजनीति का तड़का लगा हुआ है, इसलिए सारी विवाद की स्थिति खड़ी हुई है।

नंदी बाबा व कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं…

भारत के अंदर लोक आस्था का अपमान हुआ। बहुसंख्यक समाज लगातार गिड़गिड़ाता रहा है। यह सब दुनिया ने देखा है। इस काम को तो 1947 में ही प्रारंभ हो जाना चाहिए था। हमने केवल तीन जगह ही मांगी थी। दूसरी जगह का तो कोई मुद्दा ही नहीं था। अयोध्या के उत्सव को देखने के बाद नंदी बाबा ने कहा कि हम क्यों इंतजार करें। उन्होंने तो रात में ही बैरीकेडिंग तुड़वा दी। अब हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं।

 

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