Varanasi: आंध्र प्रदेश से आए परिवार ने वाराणसी में लगाई फांसी, पति-पत्नी और दो बेटे शामिल, मिला सुसाइड नोट
आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के धर्मागुडयू स्ट्रीट मंडपेटा निवासी 50 वर्षीय के कोंडा बाबू, उनकी पत्नी 45 वर्षीय लावण्या, बेटे 25 वर्ष के राजेश और 23 वर्ष के जयराज के साथ तीन दिसंबर को वाराणसी आए थे।
HIGHLIGHTS
- कमरे में नायलॉन की रस्सी से लटकते मिले शव
- मौत से पहले सभी ने भगवान का ध्यान किया और एक-दूसरे को टीका लगाया।
- सभी के माथे पर लाल रंग का टीका लगा हुआ था।
एजेंसी, वाराणसी। आंध्र प्रदेश के एक परिवार ने वाराणसी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने वालों में पति-पत्नी और दो बेटे शामिल हैं। पुलिस को मौके से तेलुगु में लिखा एक सुसाइड नोट भी मिली है। इसे पता चलता है कि पिता का अपने ऑफिस में किसी से पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था।
वाराणसी आकर आत्महत्या, पढ़ें पूरा घटनाक्रम
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के धर्मागुडयू स्ट्रीट मंडपेटा निवासी 50 वर्षीय के कोंडा बाबू, उनकी पत्नी 45 वर्षीय लावण्या, बेटे 25 वर्ष के राजेश और 23 वर्ष के जयराज के साथ तीन दिसंबर को वाराणसी आए थे।
परिवार यहां रामतारक आंध्रा आश्रम की शाखा कैलाश भवन के दूसरे तल पर ठहरा था। आश्रम को दी गई जानकारी के अनुसार उन्हें गुरुवार सुबह वहां से रवाना होना था, लेकिन सुबह कोई बाहर नहीं आया।
सफाई करने वाली महिला ऊपर गई, लेकिन दरवाजा बंद देखकर लौट आई। शाम को फिर गई तो भी दरवाजा बंद मिला। उसने आश्रम प्रबंधन को सूचना दी।
खिड़की से अंदर झांकने पर फांसी से लटके शव मिले। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। सुसाइड नोट से पता चलता है कि परिवार आर्थिक समस्या से जूझ रहा था।
जब पुलिस पहुंची, तब शव अकड़ चुके थे। आशंका जताई जा रही है कि परिवार ने बुधवार देर रात या गुरुवार सुबह फांसी लगाई होगी। पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन के अनुसार, परिवार का रुपयों को लेकर विवाद था और दो महीने से अपना गांव छोड़कर इधर-उधर रहे थे।