Zombie Virus: आर्कटिक की बर्फ में 48,500 साल से दबा है जोम्बी वायरस, क्यों दुनिया में ला सकते हैं बड़ी महामारी
HIGHLIGHTS
- साइबेरिया में पर्माफ्रॉस्ट में 48,500 साल से फंसे प्राचीन Zombie Virus बाहर निकल सकते हैं।
- दुनिया में एक बड़ी महामारी का खतरा मंडरा सकता है।
- ग्लोबल वार्मिंग के कारण आर्कटिक की बर्फ तेजी से पिघल रही है।
डिजिटल डेस्क। लगातार गर्म हो रही धरती, समुद्र में जहाजों की बढ़ती गतिविधि और खनन के कारण दुनिया पर नया संकट मंडरा रहा है। हाल ही में एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि धरती के गर्म होने के कारण जल्द ही साइबेरिया में पर्माफ्रॉस्ट में 48,500 साल से फंसे प्राचीन Zombie Virus बाहर निकल सकते हैं, जिससे दुनिया में एक बड़ी महामारी का खतरा मंडरा सकता है।
Zombie Virus मानवता पर बड़ा खतरा
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि Zombie Virus के कारण मानवता नई महामारी के खतरे का सामना कर रही है। शोधकर्ताओं के मुताबिक आर्कटिक पर्माफ्रॉस्ट में जमे प्राचीन वायरस एक दिन पृथ्वी की गर्म होती जलवायु के कारण बाहर आ सकते हैं, क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग के कारण आर्कटिक की बर्फ तेजी से पिघल रही है। यही कारण है कि वैज्ञानिकों ने आर्कटिक पर निगरानी रखने के लिए एक नेटवर्क बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
ऐक्स-मार्सिले विश्वविद्यालय के आनुवंशिकीविद् जीन-मिशेल क्लेवेरी का कहना है कि फिलहाल महामारी के खतरों का विश्लेषण उन बीमारियों पर केंद्रित है, जो दक्षिणी क्षेत्रों में उभर सकती हैं और फिर उत्तर में फैल सकती हैं। उन्होंने कहा कि आर्कटिक में ऐसे वायरस हो सकते हैं, जो मनुष्यों को संक्रमित करने और एक नई बीमारी का प्रकोप शुरू करने की क्षमता रखते हैं। क्लेवेरी की इस बात का समर्थन वायरोलॉजिस्ट मैरियन कूपमैन्स भी करते हैं। उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते कि आर्कटिक पर्माफ्रॉस्ट में कौन से वायरस मौजूद हैं, लेकिन मुझे लगता है कि एक वास्तविक जोखिम है कि कोई रोग फैलने में सक्षम हो सकता है। यह पोलियो जैसी खतरनाक बीमारी जैसा हो सकता है।
हजारों सालों से निष्क्रिय हैं कई वायरस
शोधकर्ताओं के मुताबिक, कई वायरस हजारों वर्षों से आर्कटिक पर्माफ्रॉस्ट में निष्क्रिय हैं, लेकिन ग्लोबल वार्मिंग के कारण अब इनका जोखिम बढ़ गया है। फ्रांस के ऐक्स-मार्सिले विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा कि साल 2023 में रिकॉर्ड गर्म होने के कारण पर्माफ्रॉस्ट के बर्फ के अत्यधिक पिघलने के कारण जोम्बी वायरस का जोखिम पहले से कहीं अधिक हो गया है।