Year 2024 Expectations: भारत के लिए खास है साल 2024, इन कारणों से दुनिया में दम दिखाएगा ‘न्यू इंडिया’
HIGHLIGHTS
- सामाजिक उम्मीदों की बात की जाए तो साल 2024 किस पार्टी की सरकार बनेगी।
- इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में नए साल में रेलवे सेक्टर को मजबूत करने का सरकार का फोकस रहेगा।
- रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी साल 2024 में कई कदम उठाए जा सकते हैं।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। Year 2024 Expectations। साल 2023 विदा ले चुका है और साल 2024 नई उम्मीदों और विश्वास के साथ दस्तक दे चुका है। बीते साल 2023 में जहां भारत ने जी-20 और चंद्रयान-3 जैसी कई सफलताओं का परचम लहराया था। बीते साल भारत ने मोटे अनाज को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधित करते हुए देश को दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का श्रेय 140 करोड़ लोगों के प्रयासों को दिया था।
साल 2024 में होंगे लोकसभा चुनाव
इस साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में यदि मोदी सरकार फिर सत्ता में लौटती है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि मोदी सरकार के पिटारे में से देश के लिए क्या नया निकलने वाला है। दूसरी ओर विपक्ष को एक बार फिर जनता ताज पहनाती है तो वह किस तरह अपने वोटरों की उम्मीदों पर खड़ी उतरेगी।
साल 2024 में अलग-अलग क्षेत्रों में ये उम्मीदें
फिलहाल मोदी सरकार भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर ‘अमृत काल’ अभियान चला रही है और भारत को 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने के लक्ष्य को लेकर काम कर रही है। मोदी सरकार ने भरोसा जताया है कि सभी परेशानियों को पार पाकर देश सफलतापूर्वक देश अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा। देश की आर्थिक स्थिति की बात की जाए तो भारत में बढ़ता मध्यम वर्ग और घटती गरीबी विकास में अहम भूमिका निभाएगा। गरीबी से उभर रहे लोग नए-मध्यम वर्ग का हिस्सा बन रहे हैं। ऐसे में देश की उपभोग वृद्धि (consumption growth) को चलाने वाली एक बड़ी ताकत हैं।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में भी यह संभावना जताई गई है कि भारत में घरेलू मांग मजबूत होने से साल 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। भारत दुनिया की तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में अव्वल रहेगा। लेकिन इस साल भी ऊंची ब्याज दरों और कमजोर बाहरी मांग के कारण निवेश और निर्यात प्रभावित हो सकता है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की आर्थिक वृद्धि ‘मजबूत’ बनी रहेगी, लेकिन कुछ चुनौतियां भी आ सकती है।
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर फोकस
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में नए साल में रेलवे सेक्टर को मजबूत करने का सरकार का फोकस रहेगा। रेलवे एसेट्स के सुधार और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ-साथ नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत, रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण और नई रेलवे पटरियां बिछाने से विकास को गति मिलेगी। इस सभी प्रयासों से देश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को काफी प्रोत्साहन मिलेगा।
रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कठोर कदम
रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी साल 2024 में कई कदम उठाए जा सकते हैं। रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे पर स्टेशनों के रिनोवेशन के लिए ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ शुरुआत की है। गौरतलब है कि अमृत भारत स्टेशन स्कीम को फरवरी, 2023 में लांच किया गया था। इस योजना के तहत 1300 रेलवे स्टेशनों को नया रूप दिया जा रहा है। स्टेशन पहुंच, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालय को अत्याधुनिक बनाया जा रहा है।
बढेगा विदेशी निवेशकों का भरोसा
नया साल विदेशी निवेश के लिए भी अच्छी सौगात लेकर आ सकता है। विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार पर भरोसा बीते कुछ सालों में लगातार बढ़ रहा है। साल 2024 में देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ने की भी संभावना है।
साल 2024 से क्या है सामाजिक उम्मीद
सामाजिक उम्मीदों की बात की जाए तो साल 2024 किस पार्टी की सरकार बनेगी। इस बात पर यह निर्भर करेगा। मोदी सरकार फिर सत्ता में आती है तो युवाओं को कुशल बनाने से लेकर महिलाओं के सशक्तिकरण पर फोकस रहेगा। वहीं, दूसरी ओर उज्ज्वला योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना को और अधिक बल दिया जाएगा। सभी की सेहत के लिए आयुष्मान भारत योजना को भी सरकार प्रोत्साहन देगी। इन सभी योजनाओं को अपडेट किया जा सकता है।
कैसी रहेगी साल 2024 की राजनीति
बीते साल नए संसद भवन में देश की राजनीति की एक नई शुरुआत हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2020 में नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। 3 साल में नया संसद भवन बनकर तैयार हो गया था और विधिवत उद्घाटन के बाद इसमें काम भी शुरू हो गया है। बीते साल में भाजपा ने जहां मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की जीत हासिल कर सत्ता का सेमीफाइनल जीत लिया और भाजपा 2024 के फाइनल जीतने की रणनीति तैयार कर रही है। भाजपा साल 2024 में लोकसभा चुनाव जीतती है तो मोदी सरकार की लगातार तीसरी जीत होगी। जीत के साथ-साथ ही सरकार अपने वादों पर कितनी खड़ी उतरती है यह देखना भी दिलचस्प होगा।
इन 10 फैक्ट्स पर नजर
-
- साल 2023 में G20 सम्मेलन की सफलता भारत के लिए बेहद खास रही थी। G-20 अध्यक्षता के जरिए भारत ने दुनिया के सबसे प्रभावशाली, शक्तिशाली और परिणामी देशों की मेजबानी की। भारत वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा। अब भारत ब्रिटेन को पछाड़कर 5 वें स्थान पर पहुंच गया। अब इस साल यह नजर होगी कि भारत इस पायदान से ऊपर कब पहुंचेगा।
-
- तकनीकी उन्नति और नवाचार में भी भारत ने बीते साल 2023 में परचम लहराया। भारत इस साल भी सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनकर उभर सकता है।
-
- MyGovIndia के आंकड़ों के मुताबिक, डिजिटल भुगतान के मामले में भारत दुनिया में टॉप पर है और 89.5 मिलियन ट्रांसजेक्शन रिकॉर्ड किए गए हैं।
-
- वायुसेना ने अग्निपथ योजना को सफलतापूर्वक लागू कर दिया है। अग्निवीर वायु से संबंधित डेटा के डिजिटलीकरण में सबसे आगे रही है।
-
- वित्तीय वर्ष (वित्त वर्ष) 2022-23 में रक्षा उत्पादन का मूल्य पहली बार 1 लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया। देश रक्षा क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। रक्षा निर्यात लगभग 15 बिलियन डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा है। वित्त वर्ष 2022-23 का बजट 16,000 करोड़ रुपए तक था, जो पहले की तुलना में 3,000 करोड़ अधिक है।
-
- सरकार ने बाजरा (बाजरा/ज्वार/रागी) को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में शामिल किया गया था। भारत के इस प्रस्ताव को 72 देशों का समर्थन हासिल हुआ। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में घोषित किया था।
-
- भारत ने जुलाई में संयुक्त अरब अमीरात के साथ रुपरए के निपटान के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए और तत्काल इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) से 10 लाख बैरल कच्चे तेल की खरीद के लिए भारतीय रुपए में पेमेंट किया। रूसी तेल आयात का कुछ हिस्सा भी रुपए में तय किया गया है।
- ISRO के लिए साल 2023 कई उपलब्धियों भरा रहा। चंद्रयान-3 के बाद दूसरी बड़ी सफलता आदित्य एल-1 की सफल लॉन्चिंग रही। इसके बाद साल 2024 के पहले ही दिन इसरो ने ब्लैक होल की जांच के लिए XPoSat की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग की।