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Amavasya List 2024: साल 2024 में इस दिन पड़ रही है अमावस्या? यहां देखिए पूरी लिस्ट

अमावस्या पर पितरों को तर्पण देने से पितर प्रसन्न होते हैं। साल 2024 में आने वाली सभी अमावस्याओं का विशेष महत्व रहेगा।

HIGHLIGHTS

  1. अमावस्या के दिन पर गंगा स्नान और दान करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
  2. अमावस्या पर पितरों को तर्पण देने से पितर प्रसन्न होते हैं।
  3. अमावस्या के दिन सूर्य को जल चढ़ाने के बाद पितरों के लिए तर्पण करना चाहिए।

धर्म डेस्क, इंदौर। Amavasya List 2024: अमावस्या के दिन जगत के रचयिता भगवान विष्णु की पूजा करने की परंपरा है। साथ ही इस दिन दान और पुण्य जैसे कार्य भी विशेष रूप से किए जाते हैं। पितरों के लिए पिंडदान और तर्पण भी अमावस्या तिथि पर किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि अमावस्या के दिन पर गंगा स्नान और दान करने से भक्त की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। अमावस्या पर पितरों को तर्पण देने से पितर प्रसन्न होते हैं। साल 2024 में आने वाली सभी अमावस्याओं का विशेष महत्व रहेगा। आइए, जानते हैं साल 2024 में अमावस्या कब और किस तारीख को पड़ रही है।

 
 

साल 2024 की अमावस्या लिस्ट

 

11 जनवरी : पौष अमावस्या

9 फरवरी : माघ अमावस्या

10 मार्च : फाल्गुन अमावस्या

8 अप्रैल : चैत्र अमावस्या

 

8 मई : वैशाख अमावस्या

6 जून : ज्येष्ठ अमावस्या

5 जुलाई : आषाढ़ अमावस्या

4 अगस्त : श्रावण अमावस्या

2 सितंबर : भाद्रपद अमावस्या

2 अक्टूबर : आश्विन अमावस्या

1 नवंबर : कार्तिक अमावस्या

1 दिसंबर : मार्गशीर्ष अमावस्या

30 दिसंबर : पौष अमावस्या

अमावस्या पूजा विधि

    • अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर, स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें।
    • भगवान सूर्य देव को अर्घ्य दें।
    • इसके बाद पंचोपचार करके भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करें।
    • पूजा के समय विष्णु चालीसा का पाठ करें या सुनें।
    • विष्णु के स्तोत्र और मंत्रों का जाप भी शुभ होता है।
    • भगवान विष्णु से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।
    • अंत में श्री हरि की आरती करें और भोग लगाएं।
    • फिर प्रसाद बांटें।

अमावस्या का महत्व

 

अमावस्या के दिन व्रत, स्नान और दान किया जाए, तो पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। अमावस्या के दिन पवित्र नदियों और तीर्थ स्थलों पर स्नान करने से पुण्य मिलता है। अमावस्या के दिन भगवान सूर्य को जल चढ़ाने के बाद पितरों के लिए तर्पण करना चाहिए। अमावस्या का व्रत रखना चाहिए और गरीबों को दान देना चाहिए।

 

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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