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Tulsi Sanket: तुलसी में होने वाले ये बदलाव देते हैं बड़ा संकेत, जानिए शुभ होते हैं या अशुभ

अगर आपने अपने घर में तुलसी का पौधा लगाया है, तो आपको उसकी देखभाल अच्छे से करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रतिदिन माता तुलसी के सामने दीपक जलाना चाहिए।

HIGHLIGHTS

  1. तुलसी का पौधा अचानक हरा हो जाए, तो यह एक शुभ संकेत होता है।
  2. अचानक छोटी-छोटी दूर्वा उग जाए, तो इसका मतलब है कि आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
  3. समय से पहले मंजरी आना बहुत शुभ माना जाता है।

धर्म डेस्क, इंदौर। Tulsi Sanket: सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पूजनीय और पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि जो भक्त, तुलसी की पूजा करते हैं, उनके घर में कभी भी धन और समृद्धि की कमी नहीं होती है। अगर आपने अपने घर में तुलसी का पौधा लगाया है, तो आपको उसकी देखभाल अच्छे से करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रतिदिन माता तुलसी के सामने दीपक जलाना चाहिए। अगर आपको अचानक से अपने तुलसी के पौधे में कुछ बदलाव नजर आने लगे, तो समझ जाइए कि ये आपके भविष्य जुड़े संकेत मिल रहे हैं।

 

तुलसी का पौधा हरा होना

 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपके घर में लगा तुलसी का पौधा अचानक हरा हो जाए, तो यह एक शुभ संकेत होता है। इसका अर्थ होता है कि माता तुलसी और देवी लक्ष्मी की कृपा आप पर बरसने वाली है। इसके अलावा आपको जल्द ही बड़ा आर्थिक लाभ भी हो सकता है।

 

तुलसी के पास दूर्वा उगना

 
 

यदि आपके घर में लगे तुलसी के पौधे के चारों ओर अचानक छोटी-छोटी दूर्वा उग जाए, तो इसका मतलब है कि आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इसके अलावा आपको जल्द ही कोई बहुत अच्छा ऑफर मिल सकता है, जिससे आपके करियर में प्रगति के मार्ग प्रशस्त होंगे।

 

समय से पहले मंजरी उगना

 

तुलसी के पौधे पर समय से पहले मंजरी आना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसे में आपको भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। तुलसी में मंजरी उगना धन और समृद्धि की ओर संकेत देता है।

 

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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