Indore News: ,लारेंस गैंग और खालिस्तानियों ने इंटरनेट मीडिया के जरिए मंगवाए हथियार, 18 पिस्टल हुई थी बरामद
इंदौर में पकड़े गए लारेंस विश्नोई गैंग के सदस्यों ने पुलिस पुछताछ में बड़ा खुलासा किया है। इंदौर में सिलसिलेवार चोरी के आरोपी ने इंटरनेट मीडिया के जरिए हथियारों का आर्डर दिया था।
HIGHLIGHTS
- पुलिस की गिरफ्त में लारेंस विश्नोई गैंग का सदस्य
- 15 घरों में चोरियों के बाद पकड़ा गया था आरोपित
- आरोपित ने इंटरनेट मीडिया के जरिए मंगवाए थे हथियार
इंदौर सिलसिलेवार चोरियों का एक आरोपित राजेंद्र बरनाल इंदौर पुलिस की गिरफ्त में है। राजेंद्र पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर लारेंस विश्नोई गैंग का सदस्य रहा है। उसका संपर्क खालिस्तानी आतंकियों से भी रह चुका है। राजेंद्र उन्हें हथियार सप्लाई करता रहा है। वह सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क करता था। इंस्टाग्राम, फेसबुक और वाट्सएप के माध्यम से आर्डर से लेकर स्वयं हथियार मुहैया करवाता रहा है। यह खुलासा राजेंद्र ने खुद पुलिस के सामने किया है।
अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों भवानीपुर और लोकमान्य नगर में चोरी की वारदात हुई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सेंधवा से राजेंद्र बरनाला (सिकलीगर) को साथी बादल सिंह, राजेश वर्मा, सिद्धार्थ पोद्दार और बलवंत के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस यह सुनकर चौक गई कि राजेंद्र मामूली चोर नहीं बल्कि गैंगस्टर और आतंकियों का मददगार है। उसको दो साल पूर्व दिल्ली की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। डीसीपी संजीव कुमार यादव ने उससे 18 पिस्टल बरामद की और दावा किया कि राजेंद्र गैंगस्टर व खालिस्तानी आतंकियों का साथी है। उसका संपर्क इंटनेट मीडिया के माध्यम से रहता है। स्पेशल सेल उसकी मानिटरिंग कर रही थी। इसी दौरान राजेंद्र की जानकारी मिली।
15 से ज्यादा घरों में चोरी
पूरी गैंग से डीसीपी राजेश कुमार सिंह और एडीसीपी अभिनय विश्वकर्मा की टीम पूछताछ कर रही है। आरोपित सोमवार तक पुलिस रिमांड पर है। इस दौरान आरोपितों ने बताया वह अन्नपूर्णा, चंदननगर, राऊ, राजेंद्रनगर और कनाड़िया थाना क्षेत्र में 15 स्थानों पर चोरी कर चुके हैं। कुछ थानों में एफआइआर दर्ज नहीं हुई है। आरोपित चोरी का सोना-चांदी सेंधवा के सुनारों में सप्लाई करते रहे है। पुलिस अब सुनारों की तलाश कर रही है। आरोपितों से अवैध हथियारों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।