Manipur: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम ने की शांति की अपील, 20 सालों बाद प्रदर्शित होगी हिंदी फिल्म
Manipur Independence Day: हिंसाग्रस्त मणिपुर में भी शांति और सद्भाव के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। इंफाल के फरेड ग्राउंड में झंडा फहराने के बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा कि मैं 77वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। साथ ही सभी से हिंसा खत्म करने और पहले की तरह शांति से रहने की अपील करता हूं। इससे पहले पीएम मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में कहा था कि पूरा देश मणिपुर के लोगों के साथ है। विवादों को हल करने के लिए शांति के जरिए ही समाधान मिल सकता है।
20 साल बाद हिंदी फिल्म
एकता भी भावना को सुृदृढ़ करने के लिए मणिपुर में एक संगठन ने 20 साल बाद सार्वजनिक रूप से हिंदी फिल्म दिखाने का फैसला किया है। बता दें कि यहां उग्रवादियों ने हिंदी फिल्म दिखाने पर रोक लगा दी थी। आदिवासी संगठन ‘हमार छात्र संघ’ (एचएसए) ने मंगलवार शाम को चुराचांदपुर जिले के रेंगकई (लम्का) में हिंदी फिल्म दिखाने की योजना बनायी है। बहरहाल, उसने फिल्म के नाम का खुलासा नहीं किया है। एचएसए ने अपने बयान में कहा कि यह उन उग्रवादी समूहों के प्रति हमारा विरोध को दर्शाने के लिए है, जिन्होंने दशकों से आदिवासियों को अपने अधीन कर रखा है। एचएसए ने कहा कि मणिपुर में सार्वजनिक रूप से दिखायी गयी आखिरी हिंदी फिल्म 1998 में आयी ”कुछ कुछ होता है” थी। उसके बाद विद्रोही संगठन ‘रेवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट’ ने सितंबर 2000 में हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
लौट रही है शांति
बीते तीन महीने से ज्यादा से समय से हिंसा से ग्रस्त मणिपर में धीरे-धीरे शांति लौटती दिख रही है। यहां मैतेई समुदाय को आरक्षण दिए जाने के फैसले के बाद दो समुदायों के बीच हिंसा शुरू हुई थी जो कि गंभीर रूप लेती चली गई। लालकिले से पीएम मोदी ने दावा किया कि अब मणिपुर में सुधार आ गया है और शांति बहाल हो रही है।