डायबिटीज में रामबाण औषधि है इमली के बीज, ऐसे करें सेवन
Tamarind Seed Benefits: अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही के कारण डायबिटीज आजकल एक आम बीमारी हो गई है और बहुत कम उम्र में ही लोग इससे प्रभावित होने लगे हैं। डायबिटीज को एक साइलेंट किलर बीमारी माना जाता है। डायबिटीज होने पर शरीर में पैंक्रियाज ग्रंथि ठीक तरह से काम नहीं करती है और इस कारण से इंसूलिन का स्तर प्रभावित होने लगता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को इमली के बीज का सेवन ज्यादा करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि शरीर में शुगर लेवल को कंट्रोल करने में इमली के बीज काफी मददगार होते हैं।
जानें क्या है इमली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
डायबिटीज के मरीजों को खानपान में काफी ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ती है। उन्हें रोटी से लेकर फल, सब्जी या दूसरी चीजों को खाने से पहले उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स जरूर देखना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों को ऐसी चीजों का ही सेवन ज्यादा करना चाहिए, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 55 से कम होता है। ये चीजें यह अधिक ग्लूकोज नहीं छोड़ती हैं। इमली की बात की जाए तो इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 23 है और डायबिटीज के रोगी इसका सेवन आराम से कर सकते हैं।
इमली में होते हैं ये पोषक तत्व
इमली में विटामिन बी1, बी2, बी3 से लेकर विटामिन-C, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फास्फोरस, कॉपर, फोलेट और सेलेनियम सहित कई प्रमुख पोषक तत्व होते हैं, जो शुगर के मरीजों को लाभ पहुंचाते हैं।
डायबिटीज रोगी ऐसे करें इमली का सेवन
इमली के बीजों का पाउडर बनाकर पानी के साथ सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा इमली के बीजों को रात में पानी में भिगोकर रख दें और सुबह सिलबट्टे पर पीसकर पेस्ट तैयार कर सकते हैं। ताजा पेस्ट पानी में मिलाकर सेवन करने से भी फायदा होता है।
डिस्क्लेमर
स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।