ऑस्कर 2022 में चूक गई भारत की ‘राइटिंग विद फायर’, अमेरिका की ‘समर ऑफ सोल’ ने जीता अवॉर्ड!
नई दिल्ली. 94वें Academy Awards में भारतीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘Writing With Fire’ बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर कैटेगरी में अमेरिकी डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘Summer of Soul’ से हार गई। एक NGO द्वारा सोशल एक्सपेरिमेंट के तौर पर शुरू किए गए अखबार ‘खबर लहरिया’ के बारे में रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष की पहली डॉक्यूमेंट्री फिल्म को इस कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था। बात करें उस डॉक्यूमेंट्री फिल्म की जिसने ‘Writing With Fire’ को ऑस्कर की रेस में पछाड़ा है तो Summer of Soul की कहानी मूलतः 1969 के हार्लेम सांस्कृतिक महोत्सव पर आधारित है।
किस बारे में है Summer of Soul?
हार्लेम कल्चरल फेस्टिवल, हार्लेम में माउंट मॉरिस पार्क में आयोजित किया गया था और छह सप्ताह तक चला। इसमें स्टीवी वंडर, द स्टेपल सिंगर्स, महलिया जैक्सन, द 5वें डायमेंशन, नीना सिमोन, ग्लेडिस नाइट एंड द पिप्स, और अन्य जैसे प्रसिद्ध अमेरिकी पॉप स्टार्स ने हिस्सा लिया। इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में गहराई से दिखाने की कोशिश की गई है कि आखिर क्यों पॉप कल्चर में इस इवेंट को बुरा माना जाता है।
एक अखबार का सफर है ये फिल्म
‘Writing With Fire’ की बात करें तो ये फीचर डॉक्यूमेंट्री हाल के सालों में अखबार के प्रिंट से डिजिटल में स्विच करने को कैप्चर करती है। यह डॉक्यूमेंट्री दिखाती है कि किस तरह चीफ रिपोर्टर मीरा और उनके साथी पत्रकार ट्रेडिशन्स को तोड़ते हैं, ये डॉक्यूमेंट्री दिखाती है कि भारत के सबसे बड़े मुद्दों और अपने घरों की सीमाओं के भीतर रिपोर्ट करके शक्तिशाली होने का क्या मतलब है।
क्या दिखाती है ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म?
ये डॉक्यूमेंट्री पितृसत्ता की धारणाओं पर सवाल उठाती है और पावर को रीडिफाइन करती है, लोकल पुलिस-बल की कमजोरियों की जांच करती है, कास्ट और जेंडर वॉयलेंस के शिकार लोगों के साथ खड़ी रहकर उनकी आवाज को सुनती है। ‘खबर लहरिया’ भारत का एकमात्र ग्रामीण अखबार है जो 2002 से दलित महिलाओं द्वारा चलाया गया था, जिसे बुंदेलखंड के चित्रकूट से दिल्ली स्थित NGO ‘निरंतर’ द्वारा शुरू किया गया था।
जीत चुकी है 28 इंटरनेशनल अवॉर्ड
यह अखबार बुंदेली और अवधी सहित हिंदी की ग्रामीण बोलियों में पूरे उत्तर प्रदेश और बिहार में प्रकाशित होता है। ‘राइटिंग विद फायर’ ने पहले जनवरी में Sundance Film Festival सहित 28 अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीते थे। हालांकि ऑस्कर की रेस में ये फिल्म पिछड़ गई और आखिरी मौके पर Summer of Soul ने इसे पछाड़ दिया