Gwalior Health News: गर्मी बनी परेशानी, यूरिन में जलन, यूटीआइ संक्रमण, पथरी सहित पीलिया, उल्टी, दस्त के मरीज बढ़े
Gwalior Health News: उमसभरी गर्मी में पसीना बहने से शरीर में पानी की कमी आ रही है, जिससे लोग तरह-तरह की बीमारियों के शिकार बन रहे हैं।
Gwalior Health News: ग्वालियर उमसभरी गर्मी में पसीना बहने से शरीर में पानी की कमी आ रही है, जिससे लोग तरह-तरह की बीमारियों के शिकार बन रहे हैं। उल्टी, दस्त, सर्दी, जुकाम और बुखार के साथ-साथ पानी की कमी से मूत्ररोग की शिकायत तेजी से बढ़ी है। यूरिन में जलन, यूटीआइ संक्रमण और पथरी के दर्द के साथ लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। डा़ अजय पाल का कहना है कि इस वक्त मिक्स बीमारियां लेकर लोग आ रहे हैं। जिन्हें सर्दी, जुकाम, पीलिया से लेकर यूरिन संक्रमण की शिकायत होती है। हजार बिस्तर की ओपीडी में शुक्रवार को कुल 2973 मरीज पहुंचे जबकि मेडिसिन विभाग की ओपीडी में 489 मरीज पहुंचे, जिसमें 50 फीसद मरीज मौसमी बीमारियों के हैं।
आई फ्लू की घर-घर दस्तक
आई फ्लू का संक्रमण घर-घर दस्तक दे रहा है। नेत्ररोग विशेषज्ञ रश्मि कुजूर का कहना है कि अधिकांश घरों में कोई न कोई व्यक्ति सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार से पीड़ित है। जिनके संपर्क में आने से दूसरे सदस्य बीमारियों के साथ आई फ्लू के शिकार हो रहे हैं। छोटे बच्चे तेजी से इसके शिकार बन रहे हैं । आई फ्लू बहुत तेजी से घर घर पहुंच रहा है। अस्पताल में इस बीमारी के सर्वाधिक मरीज आ रहे हैं।
हजार बिस्तर अस्पताल में दवा की लाइन में अटेंडेंट भिड़े
मौसमी बीमारियों के चलते हजार बिस्तर अस्पताल की ओपीडी तीन हजार के करीब पहुंच गई है। शुक्रवार की ओपीडी में 2973 मरीज पहुंचे। इस कारण दवा वितरण केन्द्र पर दवा लेने वाले मरीज व उनके अटेंडेंट की भीड़ बढ़ गई है। जिससे लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। दोपहर के समय एक महिला लाइन के बीच में दवा लेने के लिए खड़ी हो गई। जिसको लेकर लाइन में पीछे लगे लोगों ने विरोध जताया। इसी बात को लेकर महिला को लाइन से बाहर करने के लिए झूमाझटकी कर दी, जिससे विवाद बढ़ गया। हालांकि तभी वहां पर सुरक्षा गार्ड पहुंच गए और मामला शांत करा दिया। ओपीडी में भीड़ बढ़ने पर दवा वितरण के लिए विंडो बढ़ानी चाहिए, लेकिन इस पर अस्पताल प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा है जिससे वहां पर मरीज को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है।
खराब खानपान से फैल रहा संक्रमण
गर्मी के मौसम में भोजन जल्दी खराब हाे रहा है। इसके साथ ही दूषित पानी जिन घरों में पहुंच रहा है वह पेट संबंधी बीमारियों को जन्म दे रहा है। खराब खानपान के कारण उल्टी, दस्त, पीलिया, टाइफाइड आदि की शिकायत तेजी से लोगों में बढ़ी है। इस शिकायत के साथ बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक अस्पताल पहुंच रहे हैं। यह समस्या बस्तियों में रहने वालों से लेकर पाश कालोनी में रहने वालों तक में देखने को मिल रही है। उपाय: सुबह का भोजन शाम और शाम का भोजन सुबह न करें। बाहर के भोजन का सेवन पूरी तरह से बंद करें, पानी की टिक्की, चाट, पकौड़े का सेवन न करें। पानी को उबालकर ठंडा करें फिर उसको पिएं। मच्छर-मक्खी और बरसाती कीड़ों से भोजन-पानी को सुरक्षित रखें।
सर्दी, खांसी जुकाम के शिकार
उमस भरी गर्मी ने पसीना-पसीना कर दिया है। उमस भरी गर्मी में लोग सर्दी, खांसी व जुकाम के शिकार बन रहे हैं। यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जिससे तेज बुखार आ रहा है। इस कारण लोगों को कमजोरी, थकावट महसूस हो रही है। इन सब परेशानियों को लेकर बच्चों से लेकर बुजुर्ग, महिला-पुरुष सभी अस्पताल की ओपीडी में पहुंच रहे हैं। उपाय: उमसभरी गर्मी से बचें और अधिक से अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें। मुलायम कपड़े पहनें, धूप में निकलने से बचें, ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें।
पानी की कमी से यूरिन समस्या बढ़ी
इस मौसम में गर्मी के कारण पसीना निकल रहा है। पसीने के साथ शरीर से सोडियम पोटेशियम बाहर निकल जाता है जिससे शरीर में पानी की कमी आ जाती है। पानी की कमी को पूरा करने के लिए लोग सादा पानी का सेवन करते हैं, लेकिन इससे सोडियम पोटेशियम की आपूर्ति तेजी से नहीं हो पाती है। शरीर में पानी की कमी से यूरिन में जलन, यूटीआइ संक्रमण और पथरी का दर्द लोगों में बढ़ा है। इन सभी शिकायतों के साथ मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। उपाय: शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए ओआरएस या इलेक्ट्रोल पाउडर का घोल पिएं। जिससे शरीर में सोडियम पोटेशियम की कमी दूर हो सके। स्वच्छ पानी का अधिक से अधिक सेवन करें ।