आधे सिर में दर्द हो तो लापरवाही न बरतें, हो सकता है माइग्रेन, डॉक्टर से करें संपर्क
Health Tips: आजकल के तनावभरे जीवन में सिरदर्द एक सामान्य समस्या है, लेकिन बार-बार होने वाला दर्द जो खासकर सिर के आधे हिस्से को प्रभावित करता है, यह माइग्रेन हो सकता है। बिगड़ी जीवनशैली और खानपान के कारण कई तरह की न्यूरोलाजिकल समस्याएं बढ़ती हैं, जिनमें एक माइग्रेन भी है।
न्यूरोसर्जन डा. योगेंद्र कुमार वर्मा के अनुसार, माइग्रेन में सिर के एक हिस्से में तेज दर्द होता है। यह दर्द सिर के आधे हिस्से में होता है तो कभी-कभी पूरे सिर में भी होने लगता है। दर्द की यह स्थिति कुछ घंटों से लेकर कुछ दिन तक बनी रह सकती है। इसमें रह-रहकर सिर में एक तरफ बहुत ही चुभन भरा दर्द होता है, इसीलिए इसे अधकपारी या अर्द्धशीशी भी कहा जाता है। इसमें सिरदर्द के साथ-साथ गैस्टिक, उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके अलावा माइग्रेन में रोशनी और तेज आवाज से परेशानी महसूस होती है। अगर ये लक्षण दिखाई दें तो लापरवाही न बरतते हुए डाक्टर की सलाह से इलाज करवाना चाहिए।
जीवनशैली और आहार में करें बदलाव
माइग्रेन न हो या बार-बार होने से बचने के लिए अपनी जीवनशैली और आहार में कुछ बदलाव लाने से खतरे को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। माइग्रेन से बचाव के लिए तेज धूप से सीधा संपर्क, डिहाइड्रेशन, ऐसी चीजें जिसमें ज्यादा पसीना निकलता है, ब्लड प्रेशर अस्थिर करने वाली चीजों से बचें। सूप, नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ, लस्सी आदि पिएं, फल और हरी सब्जियां खाएं, कम मात्रा में नमक लें, शराब और चाकलेट के सेवन से बचें।