इन बीमारियों की वजह से पैरों में होती है झनझनाहट, ना करें नजरअंदाज
वैसे तो पैरों का सुन्न हो जाना और झनझनाहट होना एक कॉमन समस्या है। अक्सर लोग इसकी शिकायत करते हैं। सरल शब्दों में कहें तो कुछ लोगों को बैठे-बैठे अचानक पैरों में चीटी चलने का एहसास होता है। इस समस्या को पैरेस्थीसिया कहा जाता है। इस परेशानी में नसें डैमेज हो जाती हैं। पैरों के सुन्न होने के कई कारण हैं। हेल्थ कोच और न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका शेरावत ने इसके कारण अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए बता हैं। यहां जानिए-
क्यों पैर होते हैं सुन्न
किडनी की खराबी- पैरों के सुन्न होने की कई वजहों में से एक किडनी की बीमारी है। किडनी खराब होने पर किडनी फंक्शन कम होने लगता है। जिसकी वजह से खून में वेस्ट चीजें बढ़ने लगती हैं, जिसकी वजह से मसल्स और नर्व डैमेज हो जाती हैं। ऐसे में पैरों के साथ ही हाथों में भी सुन्नपन होने लगता है।
डायबिटीज- शरीर में बढ़ा हुआ शुगर लेवल पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट का कारण बनता है। इसे डायबिटिक न्यूरोपैथी भी कहा जाता है। इस समस्या के कारण हाथ और पैर प्रभावित होते हैं।
विटामिन बी12- नसों की मजबूती के लिए विटामिन बी 12 जरूरी है। हालांकि, इन दिनों ज्यादातर लोग बी12 की कमी से परेशान हैं। ऐसे में इस वजह से भी नसों में झनझनाहट हो सकती है।
थायराइड- माना जाता है कि पैरों में फ्लूइड रिटेंशन होता है और इस समस्या की वजह से पैरों में झनझनाहट हो सकती है।
एल्कोहल- शराब के कई साइड इफेक्ट्स हैं। ये लिवर और किडनी को डैमेज कर सकता है। रोजाना पीने वालों में ये नसों के कामकाज को परेशान कर सकता हैं और सुन्नपन हो सकती है।