कोरोना अपडेट :लॉन्ग कोविड से पुरुषों की तुलना में महिलाएं होती हैं ज्यादा प्रभावित
कोरोना को लेकर किए गए एक सर्वे में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। सर्वे के अनुसार, लॉन्ग कोविड से पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा प्रभावित होती हैं। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो और नेशनल सेंटर फॉर हेल्थ स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, महामारी के दौरान 11 फीसदी पुरुषों की तुलना में 17 फीसदी से अधिक महिलाओं को लंबे समय तक कोरोना संक्रमण रहा है। ये आंकड़ा दो सप्ताह के दौरान 41 हजार से अधिक वयस्कों पर ऑनलाइन सर्वे कर जुटाया गया है।
बता दें कि लॉन्ग कोविड ऐसी स्थिति है, जिसमें लोग कोरोना संक्रमण से रिकवरी के बाद कई दूसरे लक्षणों का अनुभव करते हैं। यह आमतौर पर संक्रमण के चार सप्ताह या महीनों बाद भी हो सकता है। यह लक्षण एक बार ठीक होने के बाद दोबारा आ सकते हैं।
महामारी के दौरान पीड़ित थे 3.6 करोड़ लोग : सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना महामारी के दौरान अमेरिका में 3.6 करोड़ लोग लॉन्ग कोविड से पीड़ित हुए। वर्तमान में 1.8 करोड़, यानी सात फीसदी लोग लॉन्ग कोविड से प्रभावित हैं। इनमें 1.3 फीसदी पुरुषों की तुलना में 2.4 फीसदी महिलाओं में गभीर लॉन्ग कोविड के लक्षण थे, जो उनकी दैनिक गतिविधियों को भी प्रभावित कर रहे थे।
87 प्रतिशत का नहीं हुआ था टीकाकरण : ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन के अनुसार, लंबे समय तक संक्रमण रहने के कारण अमेरिका में कम से कम 40 लाख लोग काम नहीं कर पा रहे हैं। ‘अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन’ के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, लॉन्ग कोविड महिलाओं में अधिक आम है। महामारी से बचे लोगों में से करीब 18 फीसदी महिलाएं थीं, जिनमें दो महीने से अधिक समय तक कोविड के लक्षण थे, जबकि पुरुषों की संख्या मात्र 10 फीसदी दर्ज की गई थी। अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों को लंबे समय तक कोविड था, उनमें से 87 प्रतिशत का टीकाकरण नहीं हुआ था।
44 से अधिक डाटाबेस का अध्ययन किया : कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद से पिछले दो साल के दौरान भारत में करीब चार करोड़ लोगों में लॉन्ग कोविड के लक्षण दिखे हैं। शोधकर्ताओं ने 204 देशों में 44 से अधिक ग्लोबल स्टडी एंड मेडिकल रिकॉर्ड डाटाबेस और ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज अध्ययन से आंकड़े एकत्र किए हैं। वैश्विक स्तर पर 2020 और 2021 में 14.47 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।