कैम्ब्रिज में भारत सरकार के खिलाफ क्या बोले राहुल गांधी

नई दिल्ली. ब्रिटेन के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘पेगासस’, ‘भारतीय लोकतंत्र पर हमला’, ‘विपक्ष के खिलाफ मामले’ जैसे कई मुद्दे और उठाए और भारत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली सरकार पर नेताओं की जसूसी के आरोप लगाए हैं। वायनाड सांसद ‘Learning to Listen in the 21st Century’ मुद्दों पर छात्रों के बात करने पहुंचे हैं।

पेगासस पर सवाल
कांग्रेस सांसद ने दावा किया है कि उन्हें खुफिया अधिकारियों ने फोन पर बात करने को लेकर चेताया था। उन्होंने कहा, ‘मेरे खुद के फोन में पेगासस था। बड़ी संख्या में राजनेताओं के फोन में पेगासस था। मुझे खुफिया अधिकारियों ने बताया कि कृपया फोन पर जो कह रहे हैं, उसे लेकरर सतर्क रहे, क्योंकि हम उसे रिकॉर्ड कर रहे हैं। यह दबाव है जो हम महसूस कर रहे हैं।’

खास बात है कि बीते साल सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस के आरोपों को लेकर एक समिति गठित की थी। जांच समिति ने पाया था कि 29 फोन में जांच के दौरान स्पाइवेयर नहीं पाया गाय था, लेकिन पांच फोन में मेलवेयर मौजूद था। शीर्ष न्यायालय की बेंच ने कहा था कि पांच फोन में मेलवेयर मिला था, लेकिन समिति ने बताया कि यह नहीं कहा जा सकता कि यह पेगासस है।

विपक्ष के खिलाफ मामले
कांग्रेस नेता ने विदेशी सरजमीं पर विपक्षी दलों के खिलाफ भारत सरकार के रवैये पर भी घेरा। उन्होंने कहा, ‘मेरे खिलाफ कई आपराधिक मामले हैं, जो किसी भी हालात में आपराधिक मामले नहीं होने चाहिए थे। हम इसी का बचाव करने की कोशिश कर रहे थे।’ कांग्रेस नेता ने राहुल के लेक्चर का वीडियो साझा किया है।

उन्होंने कहा, ‘बातचीत भी हमले का शिकार है। आप यहां संसद के बाहर ली गई तस्वीर को देख सकते हैं, जहां विपक्षी नेता मुद्दे को उठा रहे हैं और हमें बंद कर दिया गया और जेल में डाल दिया गया। यह तीन-चार बार हुआ और वह भी हिंसक तरीके से।’ साथ ही कांग्रेस नेता ने सरकार पर निगरानी, धमाकाने के आरोप भी लगाए हैं। 

उन्होंने कहा कि भारत में सरकार अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों पर हमले करती हैं और असंतोष को दबा देती है। उन्होंने कहा, ‘आपने अल्पसंख्यकों पर हमलों, प्रेस पर हमलों के बारे में सुना होगा। तो आपको समझ आ रहा होगा कि क्या हो रहा है।’ 

संसद, न्यायपालिका और मीडिया
राहुल ने कहा, ‘सभी जानते हैं कि यह काफी ज्यादा खबरों में है कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है और खतरे में है। मैं भारत में विपक्ष का नेता हूं। हम वह जगह खोज रहे हैं। लोकतंत्र यानी संसद, मु्क्त प्रेस, न्यायपालिका के लिए जरूरी संस्थागत ढांचे के जकड़ा जा रहा है। हम भारतीय लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे पर हमले का सामना कर रहे हैं।’

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